Seoni Nagar Palika : मध्यप्रदेश सरकार ने सिवनी नगर पालिका परिषद में सामने आए वित्तीय घोटालों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस नेता और नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान को उनके पद से हटा दिया है। नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा की गई जांच में भ्रष्टाचार की पुष्टि होने के बाद शासन ने यह निर्णय लिया है। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से आर्थिक वसूली के आदेश भी दिए गए हैं।
घटनाक्रम की पड़ताल
नगरपालिका अधिनियम 1961 के तहत की गई इस कार्रवाई में पाया गया कि निर्माण कार्यों में हेरफेर और सामग्री की खरीद में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं। जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया कि इन गड़बड़ियों में अध्यक्ष के साथ-साथ कई अन्य अधिकारी भी शामिल थे।
भ्रष्टाचार का केंद्र बनी नगर पालिका
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि सिवनी नगर पालिका लंबे समय से भ्रष्टाचार का गढ़ बनी हुई थी। जनता के टैक्स से मिलने वाले राजस्व का दुरुपयोग हुआ और जवाबदेही तय नहीं की गई। अब जब सरकार ने कार्रवाई की है, तो लोगों को उम्मीद है कि दोषियों को सजा मिलेगी।
लीज घोटाले की भी जांच की मांग
पूर्व सभापति हाजी सोहेल पाशा ने आरोप लगाए थे कि नगर पालिका की बेशकीमती संपत्तियों को बेहद कम कीमत पर लीज पर दिया गया। उन्होंने यह भी दावा किया था कि शिकायत करने के बाद उन्हें जानबूझकर पद से हटाया गया। इस पूरे प्रकरण ने राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया सवालों के घेरे में
स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व की निष्क्रियता पर भी जनता नाराजगी जता रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की चुप्पी और जिला अध्यक्ष की भूमिका को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।
नए अध्यक्ष को लेकर अटकलें तेज
शफीक खान के हटाए जाने के बाद अब नगर पालिका परिषद के नए अध्यक्ष को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। क्या कांग्रेस दोबारा अपनी दावेदारी पेश करेगी या भाजपा इस मौके को भुनाकर अपनी पकड़ मजबूत करेगी-यह आने वाला समय तय करेगा।