अच्छी सैलरी वाली नौकरी पाने के लिए आईआईटी या अमेरिका जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ाई करना कई लोगों का सपना होता है। लेकिन हालिया आंकड़े बताते हैं कि यह सपना सभी के लिए पूरा नहीं हो पाता है।
सूचना के अधिकार के तहत जारी आंकड़ों के अनुसार, आईआईटी के 30% छात्रों को स्नातक होने के बाद नौकरी नहीं मिल पाती है। वहीं, अमेरिका के शीर्ष विश्वविद्यालयों से पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों को नौकरी ढूंढने में और भी ज्यादा मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
इन छात्रों के लिए न सिर्फ नौकरी, बल्कि इंटर्नशिप ढूंढना भी मुश्किल हो रहा है। इसका मुख्य कारण है वैश्विक आर्थिक मंदी और चुनावी साल। इस दौरान, कई कंपनियां स्थानीय छात्रों को काम पर रखना पसंद करती हैं।
इसके अलावा, एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्र में भी नौकरी ढूंढना मुश्किल हो रहा है। कई टेक्नोलॉजी और कंसल्टिंग कंपनियां इस समय नई नियुक्तियां नहीं कर रही हैं।
हालांकि, यह बात भी ध्यान रखने योग्य है कि सभी छात्रों को नौकरी नहीं मिलती है। कई छात्र अच्छी नौकरी ढूंढने में सफल होते हैं और अपने करियर में आगे बढ़ते हैं।
लेकिन, यह भी सच है कि आजकल नौकरी ढूंढना पहले के तुलना में कई गुना मुश्किल हो गया है। इसलिए, छात्रों को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कौशल भी विकसित करने चाहिए जो उन्हें नौकरी ढूंढने में मदद कर सकें।