Minister Vijay Shah : मध्यप्रदेश की मोहन सरकार के कैबिनेट मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान की जांच कर रही एसआईटी ने अपनी पहली रिपोर्ट मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सीलबंद लिफाफे में दाखिल कर दी है। इस रिपोर्ट में मंत्री द्वारा दिए गए सार्वजनिक रूप से बयान के विभिन्न तथ्यों और वीडियो फुटेज का सत्यापन शामिल है। सुप्रीम कोर्ट बुधवार को इस रिपोर्ट पर सुनवाई करेगा।
शाह के लिए बयान
बताया जा रहा है कि मंत्री विजय शाह के बयान भी एसआईटी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लिए हैं, हालांकि एसआईटी अफसर इस संबंध में कुछ भी बोलने के तैयार नहीं हैं। इस मामले में एसआईटी ने मानपुर थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार भी अपनी जांच में कई बिंदु शामिल किए हैं। एसआईटी में शामिल अफसरों ने मौके पर जाकर प्रत्यक्षदर्शियों के भी बयान लिए उसको भी अपनी रिपोर्ट में शामिल किया है। एसआईटी के प्रमुख सागर जोन के पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा हैं जबकि विशेष सशस्त्र बल के डीआईजी कल्याण चक्रवर्ती और डिंडोरी पुलिस अधीक्षक वाहिनी सिंह सदस्य हैं।
तीन बार माफी मांग चुके शाह
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ही पुलिस मुख्यालय ने एसआईटी गठन का गठन किया था। मंत्री विजय शाह ने 12 मई को एक भाषण के दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। मप्र हाईकोर्ट ने इस विवादस्पद बयान पर संज्ञान लिया था। वहीं, पुलिस को सटीक एफआईआर करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद 14 मई को मानपुर पुलिस थाने में मंत्री विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। शाह ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में माफीनामा भी दाखिल किया था जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। वहीं मंत्री ने सार्वजनिक रूप से एक वीडियो जारी कर अपने कृत्य पर तीसरी बार माफी मांगी है।