नई दिल्ली: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लगातार चौथे दिन सीमा विवाद को लेकर झड़प जारी है। संघर्ष विराम की अपीलों के बावजूद दोनों देश एक-दूसरे पर गोलीबारी कर रहे हैं। कई सीमावर्ती इलाकों में तोपों की आवाज गूंजती रही इस बीच अमेरिका की भी एंट्री हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि दोनों देश युद्धविराम पर सहमत हैं और शांति चाहते हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप के आह्वान का स्वागत:
कंबोडियाई प्रधानमंत्री हुन मानेट ने एक बयान में कहा, हम संघर्ष समाप्त करने के राष्ट्रपति ट्रंप के आह्वान का स्वागत करते हैं। हमारे विदेश मंत्री बैंकॉक में समन्वय के लिए अमेरिका के विदेश - मंत्री मार्को रुबियो से बात करेंगे।थाईलैंड ने कहा-युद्धविराम के लिए द्विपक्षीय वार्ता चाहते हैं: थाइलैंड ने कहा, कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई ने राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत की और अनुरोध किया कि थाईलैंड-कंबोडिया में तत्काल युद्धविराम पर सहमत हों।
आज फिर भड़का संघर्ष:
सूत्रों के मुताबिक कंबोडिया के सम्रोंग शहर में तड़के तोपों के चलने की आवाज आ रही थी. बता दें कि यह लगभग 20 किलोमीटर शहर सीमा से दूर स्थित है। थाई खोसोद ने बताया कि सैनिकों ने पहले कंबोडियाई अखबा में थाई सैनिकों को सुरिन प्रांत में ता क्वाई मंदिर के पास निशाना बनाया है। कंबोडियाई सेना ने थाई सैनिकों पर सीमा से लगे थाईलैंड के सुरिन प्रांत में भी गोलीबारी की है।
युद्ध में अब तक 34 से ज्यादा मौतें:
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि युद्ध में उसके 13 लोगों की मौत हुई और 71 इनमें 8 और घायल हुए है। इन हैं। वहीं, थाईलैंड ने कहा कि उसके भी 20 लोग मारे गए हैं। इनमें 14 नागरिक और 6 सैनिक शामिल हैं।
ट्रंप बोले- दोनों देश चाहते हैं शांति:
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मैंने अभी-अभी थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री से बात की है और यह बहुत अच्छी बातचीत रही। कंबोडिया की तरह थाईलैंड भी तत्काल युद्धविराम और शांति चाहता है। अब मैं यह संदेश कंबोडिया के प्रधानमंत्री को वापस भेजूंगा। दोनों पक्षों से बात करने के बाद युद्धविराम, शांति और समृद्धि स्वाभाविक प्रतीत होती है। थाइलैंड के विदेश मंत्रालय ने भी दोनों नेताओं की बातचीत पर बयान जारी किया है।