अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को दोपहर एक दिल दहला देने वाला विमान हादसा हुआ, जिसे देश के सबसे भयावह हवाई हादसों में गिना जा रहा है। एयर इंडिया का विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर 1:38 बजे लंदन के लिए उड़ान भरा, लेकिन टेकऑफ के महज दो मिनट बाद 1:40 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान एक इमारत से टकराकर नीचे गिरा और जोरदार धमाके के साथ आग का गोला बन गया। इस हादसे में कुल 275 लोगों की जान चली गई, जिनमें 241 यात्री, 12 क्रू सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
राख के ढेर से मिली आस्था की किताब:
राहत और बचाव कार्य के दौरान एक दृश्य ने सभी का ध्यान खींचा — मलबे से एक 'भगवद गीता' की प्रति सही-सलामत बाहर निकाली गई। वायरल हो रहे वीडियो में एक युवक इसे हाथ में लिए दिख रहा है। किताब का कवर कुछ हद तक झुलसा हुआ है, लेकिन अंदर के पन्ने और देवी-देवताओं की तस्वीरें पूरी तरह सुरक्षित हैं। इस दृश्य ने सोशल मीडिया पर लोगों के बीच एक नई बहस को जन्म दिया है।
आस्था बनाम तर्क:
वीडियो वायरल होते ही प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ लोग इसे दिव्य चमत्कार मान रहे हैं, वहीं कुछ इसे अंधविश्वास फैलाने का प्रयास कह रहे हैं। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि संभवतः यह पुस्तक किसी यात्री के बैग में थी, जो विस्फोट की तीव्रता से बच गई। युवक का दावा है कि यह घटना ईश्वर का संकेत है—कि इंसान को फिर से आध्यात्म की ओर लौटना चाहिए।
चमत्कारिक रूप से बचे एकमात्र यात्री:
इस भयंकर हादसे के बाद भी एक व्यक्ति बच निकला—ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार। वे हादसे में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं। उनका कहना है कि उन्हें अब तक समझ नहीं आ रहा कि वे कैसे बच गए। यह घटना उनके लिए जीवन का नया दृष्टिकोण लेकर आई है।