Sushil Nathaniel : आतंकियों के स्कैच नहीं, चिथड़े देखना चाहता है देश 

Sushil Nathaniel : आतंकियों के स्कैच नहीं, चिथड़े देखना चाहता है देश 

Sushil Nathaniel : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गवाने वाले मध्यप्रदेश के इंदौर के रहने वाले सुशील नथानियल का पार्थिव बीते बुधवार को इंदौर लाया गया। जहां आज उनका ईसाई धर्म रिति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुशील के शव को एयरपोर्ट से सीधे उनके घर ले जाया गया। जहां सीएम मोहन यादव ने श्रद्धांजलि दी। 

मंत्री विधायक ने दी सांत्वना

नथानियल के अंतिम संस्कार से पहले सुशील के वीणा नगर स्थित घर पर कल दिनभर नेताओं के आने का सिलसिला चलता रहा। उन्होंने परिजन को सांत्वना दी। सुबह कलेक्टर आशीष सिंह पहुंचे थे, जिनके बाद विधायक रमेश मेंदोला ने भी घर आकर परिजन को सांत्वना दी थी। रात में मंत्री तुलसी सिलावट और विधायक रमेश मेंदोला एंबुलेंस के साथ पहुंचे और परिजन को सांत्वना दी। मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि सरकार आतंकी हमले में जान गंवाने वाले हर परिवार के साथ खड़ी है। पूरा देश इन परिवारों के साथ खड़ा हुआ है। जल्द ही सरकार इस मामले में सख्त एक्शन लेगी। 

कांग्रेस ने उठाए सवाल

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि मजहब के नाम पर इंसानियत और कश्मीरियत का सबसे बड़ा कायरतापूर्ण कत्लेआम क्यों, कैसे और किसलिए हुआ? आप जैसे प्रधानमंत्री, सरदार पटेल के बाद दूसरे सर्वाधिक बहादुर गृहमंत्री अमित शाह जैसे पराक्रमी व्यक्तियों के रहते ऐसा कैसे हुआ? 

स्कैच नहीं, चिथड़े देखना चाहता है देश 

मिश्रा ने आगे कहा कि समूचा देश आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में आपके साथ है, किंतु वह आतंकियों के स्कैंच नहीं, उनके चिथड़े देखना चाहता है। देश आतंकी हमले की निंदा, शहीदों का बलिदान खाली नहीं जाएगा, मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा जैसे शाब्दिक जुमले सुन-सुनकर ऊब चुका है। पहलगाम की घटना से स्तब्ध और व्यथित हूं। जिस विचारधारा ने देश के लिए आतंकवाद से संघर्ष करते हुए इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सरदार बेअंतसिंह की जघन्य हत्या को देखा हैं, आज भाजपा इस मुद्दे पर देशभर में आंदोलन क्यों नहीं कर रही? पहले तो इस्तीफे की मांग, पूरे देश में पुतलों का दहन करने से बाज नहीं आती थी। 

सरकार जिम्मेदारी लेकर ठोस कदम उठाए 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी व प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा मध्यप्रदेश कांग्रेस पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करती है। केंद्र सरकार को घायलों के लिए बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहिए। आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। सरकार जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने के खोखले दावों के बजाय अब जिम्मेदारीपूर्वक ठोस कदम उठाए, ताकि आगे ऐसी बर्बर घटनाएं न होने पाएं और निर्दोष भारतीय यूं अपनी जान न गवाए।


संबंधित समाचार