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BIG BREAKING : केंदीय विदेश मंत्री जयशंकर का बड़ा खुलासा, यूक्रेन ने लगाई थी भारत से रूस पर दबाव बनाने की गुहार

BIG BREAKING : केंदीय विदेश मंत्री जयशंकर का बड़ा खुलासा, यूक्रेन ने लगाई थी भारत से रूस पर दबाव बनाने की गुहार

WAR AT WORLD : न्यूजीलैंड की अपनी पहली यात्रा पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर इन ने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच यूक्रेन ने भारत से रूस पर दबाव बनाने का अनुरोध किया था। यह अनुरोध जापोरिज्ज्या परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सुरक्षा को लेकर किया गया था। जयशंकर ने कहा, इस समय रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष अभी भी गरमाया हुआ है। दोनों ही तरफ जुनून देखने को मिल रहा है। लोगों के लिए तर्कों की आवाज को आसानी से सुनना आसान नहीं है। लेकिन मैं निष्पक्षता के साथ कह सकता हूं कि अगर हम स्टैंड लेते हैं तो दोनों में से कोई भी देश इसकी अवहेलना करेंगे। पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की बैठक में यह दिखा भी है। उन्होंने कहा, उस समय मैं संयुक्त राष्ट्र के दौरे पर था। उस समय सबसे बड़ी चिंता जापोरिज्ज्या परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सुरक्षा को लेकर थी। रूसियों पर दबाव बनाने के लिए हमसे अनुरोध किया गया था। हमने इसको लेकर पहल भी किए। मुझे लगता है कि इस समय भारत जो भी कर सकता है, वह करने के लिए तैयार है। जयशंकर ने कहा कि अगस्त में यूक्रेन और रूस के बीच हुए संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता वाले अनाज सौदे पर भारत का प्रभाव पड़ सकता है।

बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सरकार को यूक्रेन स्थित यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र का कंट्रोल अपने हाथों में लेने का आदेश दिया। संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था ने चेतावनी दी थी कि इस साइट पर बिजली की आपूर्ति बेहद नाजुक थी। आपको बता दें कि यह संयंत्र दक्षिणी यूक्रेनी में स्थित है। इसे जापोरिज्जिया के नाम से जाना जाता है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को औपचारिक रूप से इसे रूस में शामिल करने का ऐलान किया था। हालांकि, यूक्रेन ने इसका विरोध किया है।आपको बता दें कि जिस समय पुतिन की सेना अपने पड़ोसी मुल्क पर बमों और मिसाइल से हमला कर रही थी, उस समय इस परमाणु संयंत्र की सुरक्षा को लेकर खतरा उत्पन्न हो गया था। यूक्रेन में युद्ध पर भारत की स्थिति के बारे में बताते हुए जयशंकर ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि अलग-अलग देश, अलग-अलग क्षेत्र अलग-अलग तरीके से प्रतिक्रिया देंगे।

राधाकृष्णन न्यूजीलैंड की सामुदायिक और स्वैच्छिक क्षेत्र, विविधता, समावेश और जातीय समुदाय एवं युवा मामलों की मंत्री हैं। वह न्यूजीलैंड में मंत्री बनने वाली भारतीय मूल की पहली व्यक्ति हैं। जयशंकर बुधवार को न्यूजीलैंड पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भारतीय मूल की मंत्री प्रियंका राधाकृष्णन से मुलाकात की थी और देश की कुछ प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत भी की थी। जयशंकर ने बुधवार को ट्वीट किया था, आज ऑकलैंड में मंत्री प्रियंका से मिलकर अच्छा लगा। न्यूजीलैंड की प्रमुख हस्तियों के साथ संवाद सत्र आयोजित करने के लिए उनका आभार जताया। हम हमारे रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

 


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