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bank fraud case : वियतनाम की महिला को मिली सजा-ए- मौत, कोर्ट में पेश हुए 108 बक्सों में सबूत

bank fraud case : वियतनाम की महिला को मिली सजा-ए- मौत, कोर्ट में पेश हुए 108 बक्सों में सबूत

bank fraud case :  वियतनाम की ट्रूंग माई लैन की खबर एक बार फिर चर्चा में है. ट्रूओंग माई लैन पर देश में लगभग पिछले 10 सालों से पैसों की हेराफरी करने का आरोप लगा था. जिसे मंगलवार को अदालत में पहुंची. फांसी की सजा सुनाई गई हैं। ट्रूओंग माय लैन और 85 अन्य लोगों को दक्षिणी बिजनेस हब हो ची मिन्ह सिटी में पांच सप्ताह की सुनवाई के बाद फैसले और सजा का सामना करना पड़ रहा है. ट्रूओंग माई लैन पर दुनिया के सबसे बड़ी बैंक में धोखाधड़ी को अंजाम देने को लेकर फांसी की सजा दी गई है। बता दें कि यह फैसला गुरुवार यानि 11अप्रैल को  हो ची मिन्ह सिटी के  एक अदालत नेसुनाई गई हैं। दरअसल  वियतनाम के कानूनी इतिहास में 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर की चौंका देने वाली धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ ये मामला एक महत्वपूर्ण अध्याय है।

 इस बैंक ने लगाया गंभीर आरोप :

bank fraud case :  67 साल की लैन का नाम का नाम वियतनाम के उन कुछ महिलाओं गिना जाता हैं। जिसे सफेदपोश के अपराधों को लेकर फांसी की सजा सुनाई है। जानकारी के मुताबिक इन पर 11 साल के अवधि से ही साइगॉन ज्वाइंट स्टॉक कमर्शियल बैंक को धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगा था। आपको  बता दें  की लैन ने साल 2012 से 2022 के बीच कमर्शियल बैंक अपना पर कंट्रोल बनाया हुआ था। जिसके बाद उसने  यहां के सरकारी अधिकारियों को इस दौरान रिश्वत देकर शेल इन कंपनियों के जरिए से बैंक में अरबों का निवेश किया था । वहीं इस पर  बैंक का बकाया मिलाकर अमेरिकी डॉलर में यह राशि 27 बिलियन है।

2700 गवाहों ने दिए बयान :

bank fraud case : वहीं इस मामले में कोर्ट में अभियोजन पक्ष के द्वारा लैन के खिलाफ अदालत में इस दौरान लगभग 2700 गवाहों के बयान दर्ज कराया गया हैं. जिसमें 200 वकीलों और 10 सरकारी वकील में इस मामले के सन्दर्भ में कोर्ट की कार्यवाही मे  इस इस दौरान यहां पर हिस्सा लिया हैं। साथ ही इस केस का सबूत 6 टन के वजन वाले लगभग 108 बक्सों में पेश किया गया हैं। बता दें कि वियतनाम में लैन की ये सजा भ्रष्टाचार के सन्दर्भ से येअब तक की सबसे बड़ी सनसनी खेज मामला बयाया जा रहा हैं। इतना ही इस मामले की वजह अब तक दो उप प्रधानमंत्रियों और दो राष्ट्रपतियों को अपना इस्तीफा देना पड़ा हैं. इसके अलावा यहां के कई बड़े अधिकारियों को इस दौरान जेल भी जाना पड़ा हैं।


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