विदिशा। मध्यप्रदेश में आज नौ लोकसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान जारी हैं। मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए कहीं लम्बी कतार तो कहीं गिने चुने लोग अपना मताधिकार प्रयोग करने के लिए लगे हुए हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिन्होंने मतदान का बहिष्कार कर दिया है।
आपको बता दें कि ग्राम पंचायत महगौर के पठार के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीण लंबे समय से रोड की मांग करते आ रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई आज तक नहीं हुई और लोकसभा चुनाव का उन्होंने बहिष्कार कर दिया। 12:30 बजे तक ग्रामीणों ने मतदान नहीं किया।
वहीं आनंन फानन में मीडिया की टीम कानी खेड़ी के पठार पर पहुंची तो वहां ग्रामीणों का हूजूम देखने को मिला। महिला पुरुष हाथों में मतदान की पर्चियां लेकर एक जगह खड़े हुए थे। एक भी ग्रामीण मतदान के लिए नहीं गया। बड़ी बात तो यह देखने को मिली कि ग्रामीण जब मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं तो उन्हें मनाने के लिए प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी उन तक नहीं पहुंचा। इस बात की सूचना जब जिला जनपद सदस्य के प्रतिनिधि को लगी तो वह ग्रामीणों को मनाने के लिए जा पहुंचे लेकिन ग्रामीण अपनी बात पर अड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि यहां रोड नहीं है रेलवे ट्रैक से पैदल चलकर हम शहर की ओर जाते हैं। बारिश में तो हम चार महीने कैद हो जाते हैं मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं। हमें अगर लिखित में आश्वासन नहीं मिला तो हम वोट नहीं डालेंगे।
मतदान बहिष्कार के आलावा एक खबर और है जिसने सबको हैरान कर दिया है। दरअसल राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र की खिलचीपुर विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाले मतदान केंद्र क्रमांक 227 जामोन्या में पीठासीन अधिकारी के द्वारा शराब पीकर मतदाताओं से अभद्र व्यवहार करने का मामला सामने आया है, जिसको लेकर कलेक्टर ने निलंबन की कार्रवाई की है।
जानकारी के मुताबिक अनुविभागीय अधिकारी एवं सहायक रिटर्निग अधिकारी खिलचीपुर द्वारा कलेक्टर को एक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था, जिसमें उल्लेख था कि मतदान केंद्र क्रमांक 227 जमुनिया के पीठासीन अधिकारी बालकृष्ण चौहान शराब का सेवन करके आए और मतदान केंद्र पर मौजूद मतदाता व पोलिंग एजेंट से अभद्र व्यवहार किया गया। उक्त प्रतिवेदन के आधार पर जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर हर्ष दीक्षित के द्वारा आदेश जारी करते हुए पीठासीन अधिकारी बालकृष्ण चौहान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।