भोपाल। मिसरोद थाना क्षेत्र स्थित होशंगाबाद रोड के ज्ञानगंगा आर्चिड इंटरनेशनल स्कूल के हॉस्टल में आठ साल की बच्ची से दुष्कर्म मामले में अभी तक वार्डन और अन्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।पुलिस ने उक्त मामले में तीन अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था। जबकि बाद में सब इंस्पेक्टर प्रकाश राजपूत को आरोपी बनाया गया।
पुलिस ने सोमवार देर रात स्कूल संचालक मिनिराज मोदी और एसआई प्रकाश राजपूत को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन वार्डन और एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी अभी नहीं की जा सकी है। मंगलवार को कोर्ट ने निलंबित एसआई प्रकाश राजपूत को जमानत दे दी, लेकिन मिनिराज मोदी को अभी न्यायायिक हिरासत में रखा गया है।
निलंबित एसआई प्रकाश को मिली जमानत, बुधवार को हो सके रिहा
कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई थी, सुनवाई में समय अधिक लगने के कारण निलंबित एसआई प्रकाश राजपूत को जमानत मिलने के बाद भी उसकी रिहाई नहीं हो सकी। बुधवार को वकील जमानत के पेपर लेकर जेल पहुंचे थे। इसके बाद निलंबित सब इंस्पेक्टर प्रकाश की रिहाई कराई गई। जेल के अधिकारियों के अनुसार देर रात मिनिराज और प्रकाश राजपूत एक दूसरे से दूरी पर बैठे नजर आए और दोनों ने एक दूसरे से बात नहीं की। उल्लेखनीय है कि 31 साल की महिला ने अपनी 8 साल की इकलौती बेटी का 19 अप्रैल को मिसरोद के ज्ञानगंगा आर्चिड स्कूल में दूसरी कक्षा में एडमिशन कराया था। उक्त एडमिशन एसआई प्रकाश राजपूत की पहचान होने के कारण कराया गया था। मोबाइल पर मां की बेटी से बातचीत हुई तो पता चला कि उसके साथ गलत काम हुआ है।
जेल में मिनिराज और निलंबित एसआई प्रकाश राजपूत को जेल मैन्युअल के अनुसार डाइट दी गई थी। दोनों ने सभी बंदियों की तरह रोटी, सब्जी खाई। मोदी को बुधवार से अलग बैरक में रख दिया गया है। जेल प्रबंधन ने मिनिराज की सुरक्षा व्यवस्था जेल में बढ़ा रखी है। दरअसल, जेल में दुष्कर्म के आरोपी के साथ कई बार मारपीट हो जाती है।