Ayushman yojna Bhopal : मध्यप्रदेश के कई अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना को लेकर हो रहे फर्जीवाड़े की खबरे सामने आती रही है। इसी के चलते प्रदेश के करीब 8 अस्पतालों की मान्यता रद्द कर दी गई है। जिनमें से 5 अस्पताल राजधानी भोपाल के भी शामिल है। इन अस्पतालों में मरीजों को जबरन आईसीयू में भर्ती करके योजना का गलत तरीके से फायदा उठाया गया।
दरसअल, मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना को लेकर एक बड़ा घोटाला सामने आया है। सरकारी जांच में कई अस्पतालों द्वारा योजना का अनुचित लाभ उठाए जाने की पुष्टि हुई है, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए कुल आठ निजी अस्पतालों की मान्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है।
जबरन भर्ती कर धोखाधड़ी
स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित निरीक्षण समिति की जांच में यह पाया गया कि ये अस्पताल आयुष्मान योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को बिना आवश्यक मेडिकल कारणों के आईसीयू में भर्ती कर रहे थे। इसका उद्देश्य इलाज के नाम पर अधिक धन वसूलना और फर्जी बिल बनाना था। यह अनियमितता भोपाल, ग्वालियर और सीहोर जिलों के अस्पतालों में सामने आई है।
भोपाल के ये अस्पताल शामिल
भोपाल में मेट्रो सिटी अस्पताल, सूर्यांश मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल, साईं अस्पताल, भगवती नर्सिंग होम, एमडीसी अस्पताल और प्रभु प्रेम नेत्रालय की मान्यता रद्द की गई है। इसके अलावा, ग्वालियर का सर्वधर्म मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल और सीहोर का सानिया अस्पताल भी सूची में शामिल हैं।
कठोर कार्रवाई के संकेत
राज्य सरकार का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में इस तरह की अनियमितता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए निगरानी तंत्र को और मजबूत किया जाएगा।