भोपाल। प्रदेश में कक्षा 5वीं 8वीं के 25.50 लाख विद्यार्थियों की 6 मार्च से वार्षिक परीक्षाएं शुरू होंगी। इसके लिए प्रदेश में 11 हजार 986 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। इस बोर्ड पैटर्न परीक्षा में सरकारी स्कूलों के साथ ही निजी स्कूलों और मदरसों के विद्यार्थी भी शामिल होंगे।राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि ये परीक्षा केन्द्र स्कूलों से कम से कम दूरी पर हों। साथ ही इन परीक्षा केन्द्रों पर स्कूलों की क्षमता अनुसार विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध रहें। संचालक ने बताया कि हालांकि सभी स्कूलों को प्रत्येक विद्यार्थी को इन परीक्षाओं में शामिल करवाने के निर्देश प्रदान किए हैं। इसके बाद भी कोई भी विद्यार्थी अगर किसी कारण से परीक्षा तिथि तक भी पंजीकृत नही हो पाया हो, तो उसे भी परीक्षा में शामिल करने के लिए केन्द्राध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं। ऐसे विद्यार्थियों के विवरण को परीक्षा के बाद पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा।
पोर्टल पर रहेगी पूरी जानकारी
परीक्षाओं के संचालन के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने पृथक से एक आईटी पोर्टल तैयार किया है। इसके माध्यम से परीक्षा का पूर्ण संचालन और समस्त व्यवस्थाएं ऑनलाइन की गई हैं। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों का सत्यापन, परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण, केन्द्राध्यक्षों की मेंपिंग, सामग्री वितरण आदि कार्यों के संपादन के साथ ही परीक्षार्थियों के रोल नम्बर और प्रवेश-पत्र जारी करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों की परीक्षा में उपस्थिति दर्ज होगी। परीक्षा के बाद होने वाले मूल्यांकन कार्यों और अंक-सूची प्रदान करने की सुविधा भी इसी पोर्टल के द्वारा प्रदान की जाऐगी।
6,621 के लिए एनसीईआरटी अनुसार पेपर तैयार
प्रदेश में इस वर्ष एक लाख 14 हजार 956 सरकारी, प्रायवेट स्कूल और मदरसों के लगभग 25 लाख 51 हजार 818 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। इनमें से 203 निजी स्कूलों के 6,621 छात्रों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के अनुसार पृथक से भाषा विषय के प्रश्न-पत्र तैयार किए गए हैं।