Monsoon 2025 : इस बार दक्षिण पश्चिमी मानसून की प्रदेश में एंट्री 16 से 18 जून के आसपास होने का अनुमान है। यह छत्तीसगढ़ के रास्ते प्रदेश में एंट्री लेगा। बालाघाट से लगे इलाकों में शुरुआती चार से पांच दिन तेज से भारी बारिश करेगा। इसके बाद भोपाल तक 21 से 23 जून के करीब आमद देगा। 23 से 25 जून तक मानसून पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा। हालांकि, इस बीच में एक से दो दिन का ब्रेक भी संभव है।
इस बार भोपाल सहित प्रदेशभर में बारिश का ट्रेंड टुकड़ों में रहेगा। यानी दो से तीन दिन सक्रिय इलाके में बारिश होगी, लेकिन इस बीच दूसरे इलाके में ब्रेक रहेगा। यह क्षेत्र 20 से 50 किमी की रेंज का भी हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार केरल में मानसून की एंट्री 4 दिन पहले यानी, 27 मई तक होने का अनुमान लगाया है। इस हिसाब से 15 से 18 दिन में यह एमपी में एंटर हो जाएगा। प्रदेश में मानसून आमद की सामान्य तारीख 15 जून है। हालांकि, पिछले कुछ सालों से यह 18 जून के बाद ही प्रदेश में एंटर हो रहा है। मौसम केंद्र की मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार यदि केरल में मानसून की आमद समय पर होती है तो प्रदेश में भी समय पर आने की उम्मीद है।
समय पर रहेगा मानसून
वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार इस बार मानसून केरल में 27 मई को आ रहा है। इसके 4 दिन आगे पीछे होने पर यह एक जून तक केरल में पहुंचेगा। इससे मप्र तक यह अधिकतम दो सप्ताह में आमद हो जाएगी। यानि 15 से 18 जून के बीच प्रदेश में ऑनसेट होगा। इस बीच एक से दो दिन का ब्रेक होगा। लेकिन पूरे प्रदेश को 23 से 15 जून तक कवर कर सकता है। इस बार भोपाल में 800 मिमी के आसपास बारिश की उम्मीद है। यह बारिश का लगभग सामान्य आंकड़ा है।
अभी दो से तीन दिन बारिश
विशेषज्ञ शुक्ला के अनुसार अभी साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर पूर्वी राजस्थान और उसके आसपास सक्रिय है। एक ट्रफ मध्य अरब सागर से कोंकण होते हुए उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश तक सक्रिय है। पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ पूर्वी उत्तर प्रदेश से दक्षिणी पूर्वी तेलंगाना तक पूर्वी मप्र, विदर्भ होते हुए एक अन्य ट्रफ भी बनी है। एक सर्कुलेशन सौराष्ट्र और आसपास बना हुआ है। इन प्रमुख सिस्टम से प्रदेश में अगले दो से तीन दिन बारिश का दौर रहेगा।