टीकमगढ़ : मध्यप्रदेश में रिश्तखोरी चरम पर है। आए दिन प्रदेशभर से रिश्वतखोरी के मामले सामने आ रहे है। इसी कड़ी में रिश्वत लेने का ताजा मामला टीकमगढ़ से सामने आया है। जहां 5 हजार की रिश्वत लेते हेड कॉन्स्टेबल को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। हेड कॉन्स्टेबल ने फरयादी से FIR से दो लोगों के नाम काटने के एवज में 10,000 की डिमांड की थी। जिसकी शिकायत फरयादी ने लोकायुक्त में कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त ने मामले में करवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया।
FIR से नाम काटने के बदले मांगे थे पैसे
जानकारी के अनुसार हेड कॉन्स्टेबल बालचंद अहिरवार ने छत्रपाल लोधी से FIR से दो लोगों के नाम काटने के एवज में 10,000 की डिमांड की थी। ऐसे में जब फरयादी रिश्वत की दूसरी क़िस्त देने के लिए पहुंचा तो आरोपी को लोकयुक्त ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जिनसे फ़िलहाल पूछताछ की जा रही है। इधर मामले में अधिक जानकारी देते हुए डीएसपी संजय जैन ने बताया कि 2 मई को प्रार्थी ने आवेदन देकर मामले की शिकायत की थी. जिसका वेरिफेशन कर आज बस स्टैंड तिराहे पर आरोपी को घूस लेते गिरफ्तार किया गया है. मामले में पुलिसकर्मी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
जबलपुर के थाना सिविल लाइन क्षेत्र का मामला
इसके साथ ही रिश्वतखोरी का दूसरा मामला जबलपुर से सामने आया है। जहां सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ महिला अधिकारी को 4 हजार रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया। दरअसल, सीएमएचओ कार्यालय के आरटीआई विभाग में पदस्थ महिला अधिकारी सुनीता विलियम ने एक जानकारी देने के बदले फरयादी से 5000 की रिश्वत की मांग की है। जिसकी शिकायत फरयादी ने लोकायुक्त में कर दी। यह पूरा मामला जबलपुर के थाना सिविल लाइन क्षेत्र का है।
जानकारी देने के बदले मांगे पैसे
लोकायुक्त डीएसपी नीतू त्रिपाठी ने बताया कि 2 मई को शिकायतकर्ता राकेश विश्वकर्मा ने एसपी लोकायुक्त को लिखित शिकायत देते हुए बताया था कि सीएमएचओ कार्यालय में उसने आरटीआई के तहत एक आवेदन लगाया गया था। जिसमें उसने कुछ कर्मचारियों की पदस्थापना संबंधी जानकारी मांगी थी। जिसके बदले महिला अधिकारी ने 5 हजार की मांग की। जिसके बाद सौदा जैसे तैसे 4 हजार में तय हुआ। लोकायुक्त मामले में आगे की जांच कर रही है।