Pahalgam terror attack : हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई और शुरुआती जांच में इसके तार पाकिस्तान से जुड़े बताए जा रहे हैं। इस घटना के बाद इसका असर अब खेलों, खासकर क्रिकेट, पर भी देखने को मिल रहा है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को पत्र लिखकर अपील की है कि भारत और पाकिस्तान को किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट में एक ही ग्रुप में न रखा जाए।
मुंबई आतंकी हमले के बाद से द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज बंद :
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध पहले से ही बेहद नाजुक रहे हैं। 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज बंद हो चुकी है। हालांकि 2012-13 में पाकिस्तान की भारत यात्रा के जरिए रिश्तों को सुधारने की कोशिश हुई थी, लेकिन सीमा पार से जारी आतंकी घटनाओं के चलते यह प्रयास ज्यादा दूर नहीं जा सके।
वर्तमान में दोनों टीमें केवल आईसीसी और एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) द्वारा आयोजित टूर्नामेंट्स में आमने-सामने होती हैं। इन मुकाबलों को दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों का जबरदस्त समर्थन मिलता है और आईसीसी को भी भारी राजस्व हासिल होता है। मगर इस बार परिस्थितियां बदली हुई हैं और बीसीसीआई इस मामले में सख्त रुख अपना रहा है।
2026 T20 वर्ल्ड कप और महिला वर्ल्ड कप पर असर:
साल 2026 में भारत में टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन होना है। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच टक्कर की संभावना बेहद कम है। यही स्थिति 2026 में भारत में ही होने वाले आईसीसी महिला वर्ल्ड कप की भी हो सकती है, जिसमें दोनों टीमों को अलग-अलग ग्रुप में रखा जा सकता है।
हाइब्रिड मॉडल और चैंपियंस ट्रॉफी:
हाल ही में बीसीसीआई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने सहमति जताई थी कि भविष्य के टूर्नामेंट्स ‘हाइब्रिड मॉडल’ के तहत आयोजित किए जाएंगे। इसका मतलब है कि एक टीम मेजबान देश में खेलेगी, जबकि दूसरी किसी तीसरे देश में अपने मैच खेलेगी। इसी मॉडल को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी लागू किया जाना है।
एशिया कप को लेकर बढ़ी अनिश्चितता:
इस साल सितंबर में भारत में एशिया कप होना है, जिस पर अब संकट में नजर आ रहा है। यह टूर्नामेंट भारत में होना तय था, लेकिन भारत-पाक संबंधों में फिर से आई तल्खी के चलते इसे किसी न्यूट्रल वेन्यू पर शिफ्ट किया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एशिया कप के मीडिया राइट्स करीब 170 मिलियन डॉलर में बेचे गए थे, जिसमें शर्त थी कि भारत और पाकिस्तान के बीच कम से कम दो मैच होंगे और फाइनल में तीसरे मुकाबले की उम्मीद की जाएगी। अब मौजूदा हालात को देखते हुए एसीसी को टूर्नामेंट के शेड्यूल में बदलाव करना पड़ सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि मई में जारी होने वाला कार्यक्रम अब देर से आएगा।