भोपाल। राजधानी भोपाल में 8 साल की मासूम के साथ हुई दरिंदगी ने सबको हैरान कर दिया है। दरअसल मिसरोद थाना क्षेत्र में दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली आठ वर्षीय छात्रा से ज्ञानगंगा बोर्डिंग स्कूल के हॉस्टल में दुष्कर्म किया गया। बच्ची को दाल चावल में नशीला पदार्थ मिला कर खिलाया गया था। इस घटना में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया है । अब इस मामले के ऊपर कार्रवाई के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
'न्याय' के लिए ABVP का प्रदर्शन
एमपी की राजधानी में 8 साल की मासूम के साथ हुए रेप की घटना ने सबको चौका दिया है। इस मामले में मिसरोद थाना पुलिस का कहना है कि अभिभावकों ने 15 दिन पहले ही बच्ची का दाखिला हॉस्टल में कराया था। बच्ची के पिता बिजनेसमैन और मां गृहणी हैं। बच्ची के मां के अनुसार, हॉस्टल के नियम अनुसार हर रविवार ही परिजन बच्चों से मिल सकते हैं। इस रविवार को बच्ची से फोन पर बात की तो वह रोने लगी। वीडियो कॉल पर बोली, उसे ब्लीडिंग हुई है। जिसके बाद बच्ची की माँ उससे मिली तो बच्ची के साथ दुष्कर्म का उसे पता चला है। अब इस मामले के ऊपर कार्रवाई के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ज्ञान गंगा हॉस्टल के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। साथ ही आरोपियों के लिए सजा की भी मांग इनके द्वारा की जा रही है।
बच्ची की माँ ने पुलिस को दिया बयान
बच्ची की मां ने पुलिस को दिए बयान में बताया, "मैं बेटी से मिली तो वह लिपटकर रोने लगी। उसे बाहर लेकर आई तो उसने कार में बताया कि चार-पांच दिन पहले शाम को उसने दाल चावल खाए थे। इसके बाद में हॉस्टल की वार्डन ने उसे दोबारा दाल चावल खिलाए थे। रात में जब नींद खुली तो वह अपने कमरे और बिस्तर पर नहीं थी। एक मोटे से दाढ़ी वाले अंकल उसके साथ गलत काम कर रहे थे। पास में खड़े अंकल बोल रहे थे कि बच्ची को होश आ गया है। अंकल ने दो-तीन बार बोला, इसके बाद मेरी आंख पर हाथ रख दिया।।"
सीएम ने लिया संज्ञान
प्रदेश की राजधानी भोपाल में बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने संज्ञान लिया इससे जुड़े जरूरी निर्देश दिए। सीएम ने एसआईटी टीम गठित कर इसकी जांच करने के निर्देश जारी किए , जिसके तुरंत बाद टीम का गठन कर दिया गया।