BHOPAL : पूरे देश में मानसून का दूसरा दौर शुरू हो चूका है, लगभग सभी राज्यों में जम के बारिश हो रही, ऐसे में मध्यप्रदेश में भी दो दिन से हो रही बारिश की वज़ह से कई बांधों के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। मध्यप्रदेश में सामान्य बारिश का कोटा 23 इंच का है। लेकिन तक 24 इंच बारिश हो चुकी है। यानी 1 इंच ज्यादा पानी गिर गया है। कोलार डैम के 8 में से 2 गेट खोलने पड़े। भोपाल शहर के लगभग सभी प्रमुख बाजारों और सड़कों पर पानी भर गया। बाग मुगालिया में तेज बारिश से झरना फूट पड़ा और 20 से ज्यादा दुकानों में 2 फीट तक पानी भर गया। आइये जानते हैं प्रदेश भर के मौसम की जानकारी।
उज्जैन
बुधवार सुबह ही शिप्रा नदी उफान पर आ गई। नदी के किनारे जलमग्न हो गए थे। रात होते-होते नदी का पानी बड़े पुल को पार कर गया। बाढ़ की वजह से नदी किनारे रहने वाले कई लोग अपने घरों की ऊपरी मंजिल पर पहुंच गए।
रतलाम
कुरेल नदी के पुल पर पानी आ जाने से रतलाम-खाचरौद मार्ग बंद रहा। नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से नदी किनारे खड़ी कारें बहने लगीं, जिन्हें खींचकर बाहर निकालना पड़ा।
ग्वालियर
अमर नदी पर बने पुल का एप्रोच स्लैब धंस गया। शिवपुरी फोरलेन हाईवे (एनएच-46) पर मुड़खेड़ा टोल प्लाजा से पहले ऐसा एप्रोच वाले हिस्से के नीचे की मिट्टी बह जाने से हुआ। 2015 में तैयार हुए इस पुल पर NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने हादसे की आशंका को देखते हुए फोरलेन हाईवे को 3 किलोमीटर तक सिंगल-वे कर दिया है।
इंदौर
बारिश की वजह से इंदौर के 7 में से 3 तालाब ओवरफ्लो हो गए। यशवंत सागर के दो गेट खोलना पड़े। कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। सड़कों पर कारें बहती नजर आईं।
खंडवा
तवा बांध से छोड़े जा रहे पानी से में इंदिरा सागर बांध का जलस्तर 260 मीटर तक पहुंच गया। बुधवार रात 10 बजे इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खोले गए।
नर्मदापुरम
सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नर्मदापुरम, बैतूल, रायसेन, हरदा में दो दिन से जोरदार बारिश हो रही है। तवा और बारना डैम के गेट से 36 घंटे से लगातार पानी छोड़ने की वजह से नर्मदा में उफान आ गया है। नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 12 फीट नीचे है।