INDORE NEWS: विश्व शौचालय दिवस पर महापौर ने टॉयलेट के सामने ली SELFIE, शुरू किया जा के देखो अभियान, लोगों की उमड़ी भीड़

INDORE NEWS: विश्व शौचालय दिवस पर महापौर ने टॉयलेट के सामने ली SELFIE, शुरू किया जा के देखो अभियान, लोगों की उमड़ी भीड़

इंदौर :मध्य प्रदेश सहित देश दुनिया भर में आज विश्व शौचालय दिवस मनाया जा रहा है। इस खास दिवस को यादगार मानाने के लिए इंदौर नगर निगम ने खास आयोजन किया है। जिसमे  योगा, जुंबा, डांस और सेल्फी शामिल है। खास बात यह है कि इन सभी कार्यकर्मो का आयोजन पब्लिक टॉयलेट के सामने किया गया है। दरअसल,  स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए इन तरह के कार्यकर्मो का आयोजन किया गया है। जिसका हिस्सा न सिर्फ आम जनता बल्कि महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगमायुक्त शिवम वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि बने। 

अभियान का हिस्सा बनी महापौर पुष्यमित्र भार्गव

वर्ल्ड टॉयलेट-डे को लेकर नगर निगम के द्वारा 'जा के देखो' नाम से कैंपेन शुरु किया गया है। इसका मुख्या उद्देश्य स्वच्छता को बढ़ावा देना और लोगों को शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित करना, साथ ही उनकी जिम्मेदारी के प्रति भी उन्हे जागरूग करना है। इसी के चलते आज  शहर के  700 पब्लिक टॉयलेट में 1 लाख सेल्फी लेने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान की शुरुआत खुद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सेल्फी लेकर की। 

टारगेट पूरा करने  8 बजे तक का समय

जानकारी के अनुसार सुबह महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, आयुक्त शिवम वर्मा एमआर-10 पर होटल मैरिएट के पास शारदा मठ स्थित सुलभ शौचालय परिसर पहुंचे और अभियान की शुरुआत की। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल, राजेन्द्र राठौर, अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा, अभय राजनगांवकर, डीआर लोधी सहित अन्य अधिकारी व पब्लिक मौजूद रही। 1 लाख सेल्फी का टारगेट पूरा करने के लिए इंदौर वासियो के पास महज 8 बजे तक का समय है। 

 साल 2001 में शुरू हुए विश्व शौचालय दिवस

बता दें कि साल 2001 में शुरू हुए विश्व शौचालय दिवस (World Toilet Day)  का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता, शहर में अधिक शौचालय और नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरू किया गया था. हर साल 19 नवंबर को नए विषयों के साथ मनाया जाने वाला यह दिन इस साल "सुरक्षित स्वच्छता के लिए परिवर्तन में तेजी लाना" विषय को ध्यान में रखते हुए मनाया जाएगा.कई वर्षों से भारत में खराब स्वच्छता और लोगों के बीच शौचालय के इस्तेमाल को लेकर जागरूकता की कमी को ध्यान में रखते हुए इसे अभियान को शुरू किया गया है। 


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