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4 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, जबरदस्ती दी गई थी ट्रेनिंग

4 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, जबरदस्ती दी गई थी ट्रेनिंग

कोंडागांव। नक्सलियों को माओवादी विचारधारा छोड़कर मुख्य धारा से जोड़ने की सरकार की योजनायें रंग ला रही है। कोंडागांव जिले के थाना केशकाल के धुर नक्सल प्रभावित ग्राम माड़गांव के 2 युवक एवं 2 युवतियों ने कोण्डागांव पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया हैं। बताया जा रहा है कि चारों युवक/युवतियों को नक्सली बलपूर्वक गांव से लेकर गए थे।

इसके बाद चारों युवक/युवतियों ने नक्सलियों के विचारों से विमुख होकर एवं समाज की मुख्य धारा में जुड़ने का निर्णय लिया तथा स्वयं अपने ग्राम माडगांव वापस आ गए और आज रविवार को ग्राम के अन्य रहवासियों की मदद से इन्हें कोण्डागांव पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कराया गया है। तथा कोंडागांव पुलीस अधीक्षक ने उन्हें प्रोत्साहन राशि दे कर समझाई दी है।

बता दें की पूछताछ के दौरान इन चारों ने खुलासा किया कि इन चारों को पिछले माह 12 जुलाई को ग्राम माड़गांव से नक्सली किसकोडो एलजीएस कमांडर लखमू एवं अन्य 7 नक्सली गांव से बलपूर्वक धमकाकर अपने साथ ले गये थे। इस दौरान उन्हें नक्सलियों द्वारा हथियार चलाने, बम बनाने एवं अन्य नक्सल संबंधित प्रशिक्षण दिया गया तथा जबरदस्ती अपने साथ घुमाकर इनके दिमाग में नक्सल संबंधी भडकाउ वीडियों, साहित्य इत्यादि के माध्यम से अपने साथ शामिल करने का प्रयास किया गया है। छत्तीसगढ़ शासन की नीतियों एवं विकास कार्यों से प्रभावित होकर इन नौजवानों ने नक्सलियों का साथ छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का निर्णय लिया है।

इस मामले में कोंडागांव पुलिस अधीक्षक सिदार्थ तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की विकास नीतियों और एंटी नक्सली अभियान के चलते इलाके में नक्सलियों के कदम उखड़ रहे हैं। इसलिए नक्सली जबरदस्ती युवाओं को उठाकर उन्हें नक्सली बना रहे हैं। जिन्हें हाथों में कलम होनी चाहिए उन हाथों में हथियार और आईईडी थमा रहे हैं। सरकार की विकास नीतियों से प्रभावित होकर चार युवक युवतियों ने मुख्य धारा में प्रवेश लिया है उनका स्वागत है। 


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