
भोपाल : मध्य प्रदेश के पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पर मूड़रा बरवाह गांव के युवक ने झूठा आरोप लगाने के लिए उकसाया और मोटरसाइकिल व आर्थिक मदद का लालच देने के आरोप में FIR दर्ज करवाई है। पटवारी पर हुई इस FIR के बाद से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में जहां सियासत तेज हो गई है। तो वही दूसरी तरफ पटवारी ने खुद पर हुए FIR को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर मेरे खिलाफ एक भी सबूत मिल जाए, तो में पद से इस्तीफा दे दूंगा।
पाप की सजा मिलेगी
पटवारी ने आगे कहा कि 10 जून को गजराज कलेक्टर जनसुनवाई में गए थे। अधिकारी बिना दबाव के काम नहीं कर सकते। अधिकारियों को चेताया कि लिखते जाओ कितने FIR किए। जितने अधिकारी करप्शन कर रहे हैं गिनते जाएं। सभी पर कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी के दबाव में जो काम अधिकारी कर रहे हैं,उनको उनके पाप की सजा मिलेगी। अन्याय की एक सीमा होती है, जो इस सीमा से बाहर जाएगा उसकी गिनती होगी।
विधायक - एसपी कलेक्ट्री चलाते हैं ये बर्दाश्त से बाहर
पटवारी ने आगे कहा कि बीजेपी विधायक एसपी, कलेक्ट्री चलाते हैं, ये बर्दाश्त से बाहर है। जब भी FIR होती है ये मैसेज जाता है हम अच्छा काम करते है। वही FIR को लेकर पटवारी ने कहा कि अगर लोधी के साथ मैं अकेला गया हूं तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।
क्या था मामला?
दरअसल, अशोकनगर जिले के मुंगावली थाना क्षेत्र के मूड़रा बरवाह गांव के युवक ने कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता जीतू पटवारी से मुलाकात की थी। यह मुलाकात पटवारी द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गई वीडियो के जरिए चर्चा में आई थी। युवक ने दावा किया था कि जब वह अपने भाई की मोटरसाइकिल लेने गांव के सरपंच के पति और बेटे के पास गया तो उन्होंने उसके साथ मारपीट कर उसे मानव मल खिलाया।हालांकि कुछ समय के बाद युवक ने खुद ही अपने बयान को झूठा बताते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी उसे झूठा आरोप लगाने के लिए उकसाया और मोटरसाइकिल व आर्थिक मदद का लालच दिया।