
रायपुर: प्रदेश की बिष्णुदेव साय सरकार एक तरफ प्रदेश की जनता को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने में लगी है, तो दूसरी तरफ कुछ विभागों के अधिकारी ही सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने में लगे हैं। इस समय सबसे ज्यादा जनता को बिजली विभाग से शिकायतें हैं। छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी से 55 सौ फीडर हैं। इन फीडरों में से ज्यादातर का ऐसा बुरा हाल है कि लगातार बिजली गुल होने से उपभोक्ता बेहाल हो गए हैं।
पॉवर कंपनी के अधिकारियों के पास जवाब नहीं :
गांवों की तो बात ही छोड़ दें राजधानी रायपुर में ही शहर के ज्यादातर हिस्सों में फीडरों से रोज दो से चार बार बिजली का बंद होना आम बात हो गई है। प्रदेश का ऐसा कोई शहर नहीं होगा, जहां के उपभोक्ताओं की बिजली बंद होने की शिकायत नहीं होगी। फीडरों से बिजली बंद क्यों होती है इसका कोई भी संतोषजनक जवाब पॉवर कंपनी के अधिकारियों के पास नहीं है। पॉवर वितरण कंपनी के एमडी भीम सिंह कंवर का कहना है, लगातार मेंटेनेंस का काम हो रहा है। कहीं कोई परेशानी होगी तो उसको भी ठीक कर देंगे।
फीडरों में रोज खराबी आना आम बात है:
प्रदेश भर में पॉवर कंपनी द्वारा फीडरों को साल में तीन से चार बार मेंटेनेंस के नाम पर चार से छह घंटों के लिए बंद किया जाता है। इसके बाद भी इन फीडरों में रोज खराबी आना आम बात है। जब फीडरों को मेंटेनेंस के नाम पर बंद किया जाता है तो आखिर ऐसा क्या मेंटेनेंस होता है जो कई बार मेंटेनेंस करने वाले ही दिन या फिर दूसरे दिन फिर से फीडर में खराबी आ जाती है।
राजधानी के फीडरों का हाल भी बुरा :
राजधानी रायपुर के फीडरों का भी हाल बहुत बुरा है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां के फीडर आए दिन रोज दो से चार बार बंद नहीं होते हैं। इसका भी कोई समय नहीं है। कभी रात को 12 बजे, कभी 3 बजे तो कभी अल सुबह पांच बजे, कभी सुबह को 8 बजे, तो कभी दोपहर को तीन बजे बिजली गुल हो जाती है।