दमोह : मध्यप्रदेश के दमोह से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक ने अपने भाई के लिए जिला न्यायालय परिसर में पहले हाथ की नस काटी फिर खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। हालांकि इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने युवक को पकड़ा और तुरंत अस्पताल लेकर गए। बताया जा रहा है कि युवक पुलिस की कार्रवाई से नाखुश था। जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया।
भाई 55 लाख के लोन फ्राड केस में जेल में बंद
पीड़ित जितिन चौरे जो की होशंगाबाद निवासी है। उसका कहना है कि उसका भाई निखिल चोरे 55 लाख के लोन फ्राड केस में जेल में बंद है। जिसे कुछ लोगों द्वारा जबरदस्ती फसाया गया है। उसको ही न्याय दिलाने की गुहार लगाने वह जिला न्यायालय पहुंचा था। लेकिन मदद नहीं मिलने के चलते निराश होकर जितिन ने आत्महत्या का प्रयास किया। फ़िलहाल पुलिस जितिन से पूछताछ कर रही है। मामले में आगे की करवाई जल्द की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
टीआई धर्मेंद्र गुर्जर के अनुसार, वर्ष 2021 में एसबीआई हिंडोरिया शाखा से सात आरोपियों ने फर्जी रेलवे कर्मचारी बनकर लगभग 15-15 लाख रुपये के चार लोन लिए थे। इसके लिए आरोपियों ने नकली पे स्लिप का उपयोग किया था। कुछ महीनों बाद सभी आरोपी लोन की राशि लेकर फरार हो गए। छह महीने पहले बैंक अधिकारी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें निखिल चोरे, दीपक जैन, राजा खान समेत सात लोगों को नामजद किया गया। अब तक छह आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और जेल में हैं, जबकि एक अभी भी फरार है।