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1475 शिक्षकों को प्राचार्य पद मिलने की उम्मीद जगी: हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित

1475 शिक्षकों को प्राचार्य पद मिलने की उम्मीद जगी: हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने प्राचार्य पदोन्नति व पोस्टिंग को लेकर दायर याचिका की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस फैसले के बाद ई संवर्ग के 1475 शिक्षकों को प्राचार्य पद पर नियुक्ति मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।

याचिका और कोर्ट की प्रक्रिया

रिटायर शिक्षक प्रकाश नारायण तिवारी की याचिका पर जस्टिस रविंद्र कुमार अग्रवाल की बेंच ने सुनवाई की। यह मामला पहले 2813 प्राचार्यों में से 1478 की नियुक्ति को लेकर अटका हुआ था। डिवीजन बेंच ने पहले ही प्राचार्य पदोन्नति के नियमों और मापदंडों को सही ठहराते हुए सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था।

पदोन्नति के नियम और शासकीय पक्ष

अतिरिक्त महाधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि प्राचार्य पदोन्नति के नियम, मापदंड और कैडर को लेकर डिवीजन बेंच में विस्तार से सुनवाई हो चुकी है। 17 जून को डिवीजन बेंच ने स्थगन आदेश हटा कर शासन के पक्ष को सही माना और पदोन्नति सूची को लागू किया।

रिटायर शिक्षक की याचिका और उसकी मांग

रिटायर शिक्षक प्रकाश नारायण तिवारी ने याचिका लगाकर मांग की थी कि ई संवर्ग के शिक्षकों को 65% की बजाय 100% पदों पर पोस्टिंग दी जाए। हालांकि डबल बेंच पहले ही 65% कोटा को सही ठहरा चुकी है। इसके बावजूद यह मामला कोर्ट में लंबित रहा।

रिटायर हो चुके प्राचार्यों की संख्या

पदोन्नति में देरी के कारण जून तक 356 प्राचार्य बिना पदभार ग्रहण किए रिटायर हो गए। जुलाई तक यह संख्या बढ़कर 437 हो जाएगी। इससे प्रभावित शिक्षकों के लिए पदोन्नति की राह और कठिन हो गई है।

स्कूलों में प्राचार्य पदों की भारी कमी

छत्तीसगढ़ में 3290 स्कूल बिना प्राचार्य के संचालित हो रहे हैं। पिछले दस वर्षों में प्राचार्य पदोन्नति नहीं हुई थी। इस कारण शिक्षकों का ग्रेडेशन लिस्ट भी तैयार नहीं था। अप्रैल में प्राचार्य पदोन्नति का आदेश जारी हुआ था, लेकिन कोर्ट की वजह से प्रक्रिया रुकी रही।

याचिकाओं का विरोध और अदालत का फैसला

कुछ शिक्षकों ने पदोन्नति नियमों का विरोध करते हुए बीएड डिग्री की अनिवार्यता और अन्य मापदंडों को चुनौती दी थी। डिवीजन बेंच ने सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया और शासन के पक्ष में फैसला सुनाया।

फैक्ट फाइल

प्रदेश में 75% स्कूल प्राचार्यविहीन हैं।

30 अप्रैल 2025 को 2813 प्राचार्यों की पदोन्नति सूची जारी की गई थी।

ई संवर्ग के 1478 और टी संवर्ग के 1335 शिक्षकों को पदोन्नति मिली है।

कुल 4783 स्कूलों में से 3576 में प्राचार्य पद रिक्त हैं।


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