भोपाल : सोशल मीडिया में रील बनाने का बुखार अब लोगों पर बढ़ता जा रहा है। आम इंसान से लेकर पुलिसकर्मी भी आए दिन सोशल मीडिया में रील पोस्ट करते हुए नजर आते है। वर्दी पहनकर ड्यूटी करने की जगह पुलिसकर्मी व्यूज, लाइक और कमेंट के चक्कर में कही भी रील बनाना शुरू कर देते है। जिसको देखते हुए एमपी के डीजीपी कैलाश मकवाना ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी पुलिस अधीक्षकों को सख्ती से रील पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
रील बनाना सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन
प्रदेश में अब रील बनाना सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन माना जाएगा। वर्दी पहनकर और ड्यूटी के दौरान रील बनाने पर निंदा, कारण बताओ नोटिस, सेवा पुस्तिका में प्रविष्टि, विभागी जांच, ट्रांसफर, निलंबन और अगर मामला गंभीर होगा तो बर्खास्तगी की भी कार्रवाई हो सकती है।
DGP ने रील पर सख्ती से रोक लगाने के दिए निर्देश
दरअसल, वर्दी में रील बनाकर सोशल मीडिया में प्रसारित करने का चलन बढ़ता जा रहा है। व्यूज, लाइक और कमेंट के चक्कर में रील बनाकर इंटरनेट पर अपलोड कर रहे है। जबकि वर्दी वाली सेवाओं में इसे अनुशासनहीनता माना जाता है। इसे लेकर अब एमपी के डीजीपी कैलाश मकवाना ने सभी पुलिस अधीक्षकों को सख्ती से रील पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।बता दें कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में वर्दी पहनकर रील बनाने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो चुकी है।