रायपुर। छत्तीसगढ़ की पहचान बन चुका पांच दिवसीय राज्योत्सव 2025 आज अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। समापन समारोह में देश के उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनके साथ राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी मंच साझा करेंगे।
कैलाश खेर बिखेरेंगे सुरों का जादू:
कार्यक्रम की सबसे खास प्रस्तुति होगी मशहूर पार्श्वगायक कैलाश खेर की। अपनी सुरीली आवाज़ और लोक संगीत के मिश्रण से वे समापन समारोह को यादगार बनाने वाले हैं। इसके अलावा इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के छात्र भी पारंपरिक और आधुनिक संगीत का संगम प्रस्तुत करेंगे।
‘रंग छत्तीसा’ में दिखेगी लोक संस्कृति की झलक:
लोक कलाकार पूनम विराट तिवारी अपनी विशेष प्रस्तुति ‘रंग छत्तीसा’ के माध्यम से छत्तीसगढ़ की कला, परंपरा और लोक नृत्य का रंग बिखेरेंगी। राज्य के विभिन्न जिलों से आए कलाकारों ने भी बीते पांच दिनों में अपनी अनूठी प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीता।
जनभागीदारी और सांस्कृतिक उत्सव का संगम:
राज्योत्सव के दौरान आम जनता के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों, योजनाओं की प्रदर्शनी और स्थानीय खानपान स्टॉल्स की व्यवस्था की गई थी। पांच दिनों तक रायपुर का विज्ञान महाविद्यालय मैदान छत्तीसगढ़ की संस्कृति, लोककला, हस्तशिल्प और परंपराओं से सराबोर रहा।
राज्य की आत्मा बनी संस्कृति:
इस वर्ष राज्योत्सव का थीम "छत्तीसगढ़ की माटी, छत्तीसगढ़ की पहचान" रहा। आयोजन का उद्देश्य राज्य की लोक संस्कृति, कला और परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाना रहा, जिसमें स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 सिर्फ एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि यह राज्य की आत्मा, पहचान और जनभावनाओं का उत्सव है। आज का समापन समारोह न केवल इस पर्व को यादगार बनाएगा, बल्कि आने वाले वर्षों के लिए नई सांस्कृतिक ऊर्जा भी देगा।