रायपुर: राज्य सरकार ने प्रदेश में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान की शुरुआत की है। इस महत्वाकांक्षी अभियान के जरिए स्कूलों में पढ़ाई के स्तर, शैक्षणिक माहौल और विद्यार्थियों के समग्र विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों और शिक्षाविदों से सहभागिता की अपील:
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों और शिक्षाविदों को पत्र लिखकर सक्रिय सहभागिता की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शिक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज का साझा दायित्व है।
स्कूल गोद लेने का आग्रह:
अभियान के तहत चयनित स्कूलों को जनप्रतिनिधियों और शिक्षाविदों द्वारा गोद लेने का आग्रह किया गया है। इसके अंतर्गत उनसे अपेक्षा की गई है कि वे गोद लिए गए स्कूलों का न्यूनतम दो बार भ्रमण और निरीक्षण करें, शिक्षकों और विद्यार्थियों से संवाद करें, बुनियादी सुविधाओं, पढ़ाई की गुणवत्ता और शैक्षणिक आवश्यकताओं की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।
सामाजिक दायित्व निभाने का आह्वान:
मुख्यमंत्री ने इस पहल को एक सामाजिक दायित्व बताते हुए कहा कि इसे स्वेच्छा से स्वीकार किया जाना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि समाज के अनुभवी और शिक्षित वर्ग की भागीदारी से सरकारी स्कूलों की स्थिति में सकारात्मक बदलाव आएगा।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में बड़ा कदम:
मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान को राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। सरकार का मानना है कि जमीनी स्तर पर निगरानी और मार्गदर्शन से स्कूलों में पढ़ाई का स्तर बेहतर होगा और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।