भोपाल : मध्य प्रदेश में चीतों का अस्तित्व बचाने के लिए मोदी सरकार ने साल 2022 में चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। जिसके लिए नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीते भारत लाए गए थे। इसी कड़ी में एक बार फिर चीतों का कुनबा बढ़ाने के लिए बोत्सवाना से 8 नए चीते भारत लाए जायेंगे। जिसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। बता दें कि पहली बार चीते अपने बच्चों के साथ भारत आएंगे।
26 जनवरी 2026 को भारत आएंगे चीते
चीतों की नई सौगात 26 जनवरी 2026 को भरता को दी जाएगी। इसके लिए विशेष विमान से चीतों को भारत लाया जायेगा। जिन चीतों को भारत लाया जाएगा उनमे 2 बड़ी मादा चीते और उनके 6 छोटे बच्चे शामिल है। जानवरों के एक्सपर्ट्स का मनना है कि इससे भारत में चीतों को हमेशा के लिए भारत में बसाने में मदद मिलेगी।
चीतों को हेलीकॉप्टर से कूनो नेशनल पार्क ले जाया जाएगा
जानकारी के अनुसार, बोत्सवाना की राजधानी गैबोरोन से भारतीय वायुसेना का एक विशेष विमान नए साल में उड़ान भरेगा। लंबी हवाई यात्रा के बाद यह विमान ग्वालियर एयरबेस पर उतरेगा। ग्वालियर से चीतों को हेलीकॉप्टर से सीधे कूनो नेशनल पार्क ले जाया जाएगा। जहां उन्हें कुछ समय के लिए बड़े बाड़े में रखा जायेगा। इसके बाद खुले जंगल में छोड़ा जायेगा।
भारत में कुल 32 चीते
भारत में चीतों को दोबारा बसाने की शुरुआत 17 सितंबर 2022 को हुई थी। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। इसके बाद फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते आए। समय के साथ कूनो में चीतों की संख्या बढ़ती गई और उन्होंने बच्चों को भी जन्म दिया। आज मध्यप्रदेश में बड़े और छोटे मिलाकर कुल 32 चीते हैं।