MP Congress : मध्यप्रदेश में SIR के बाद मतदाता सूची से बड़ी संख्या में नाम कटने को लेकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने इस पूरे मामले को गंभीर बताते हुए चुनाव आयोग से चुनाव रद्द करने की मांग तेज कर दी है। पार्टी नेतृत्व जल्द ही चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपने की तैयारी में है।
कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा कि प्रदेश में जितने मतों के अंतर से कांग्रेस चुनाव हारी थी, उससे कहीं अधिक मतदाताओं के नाम SIR के दौरान काटे गए हैं। उन्होंने दावा किया कि इससे स्पष्ट होता है कि यदि यह कटौती नहीं होती तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती।
उठा स्लीपर सेल का मुद्दा
पीसी शर्मा ने अपने बयान में कहा है कि हाल ही में हुई CWC की बैठक में पार्टी के भीतर मौजूद स्लीपर सेल का मुद्दा भी उठाया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए कई बड़े नेताओं के समर्थक आज भी कांग्रेस संगठन में सक्रिय हैं, जिसके चलते पार्टी का काम प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे तत्वों को चिन्हित करना जरूरी है। यदि यह मुद्दा वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा CWC में उठाया गया है, तो पार्टी आलाकमान निश्चित रूप से इस पर विचार करेगा।
संगठन मजबूत करने पर जोर
ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर पीसी शर्मा ने कहा कि मंडल, ब्लॉक और बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत किया जाएगा। नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है, जिसमें स्थानीय नेतृत्व और जातीय समीकरणों को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि SIR प्रक्रिया से यह साफ हुआ है कि बूथ स्तर पर मजबूत संगठन कितना जरूरी है।
इस्तीफों पर प्रतिक्रिया
कांग्रेस में जारी इस्तीफों के सिलसिले पर प्रतिक्रिया देते हुए पीसी शर्मा ने कहा कि राजनीति में गुटबाजी स्वाभाविक है। कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है, इसलिए छोटी-मोटी असहमतियां होती रहती हैं।
भावांतर योजना पर हमला
भावांतर योजना की राशि ट्रांसफर को लेकर पीसी शर्मा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पर 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ओवरड्राफ्ट है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इधर-उधर से आने वाले फंड को योजनाओं में डाल रही है, जबकि कर्मचारियों को उनका हक तक नहीं मिल पा रहा।