स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 : स्वच्छता रैंकिंग में भोपाल को छह साल बाद पुराने रुतबा मिलने वाला है। जिसके तहत स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के नतीजे चार दिन बाद 17 जुलाई को दिल्ली में घोषित किए जाएंगे। जिसमें भोपाल को देश के टॉप-टू कैटेगिरी वाले शहरों की लिस्ट में शामिल किया गया है। महापौर मालती राय और निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण को स्वच्छ सर्वे कार्यक्रम में राष्ट्रपति अवार्ड में शामिल होने का न्यौता भी आ गया है। जिसको देखते हुए प्रजेंटेशन के लिए भोपाल की खूबसूरत लोकेशन्स पर शूटिंग की जा रही है।
इधर इंदौर सहित जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, देवास, बुधनी और शाहगंज निकाय को भी आमंत्रित किया गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में इस बार भी इंदौर नंबर वन की पोजिशन पर खड़ा है। इंदौर के बाद भोपाल देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित होने जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण के साल 2016-17 और 2017-18 में दो साल तक भोपाल नगर निगम देशभर के शहरों में दूसरे पायदान पर रहा। बाद भोपाल पिछड़ता गया। हालांकि बीते साल भोपाल में सुधार देखने को मिले और टॉप 5 में शामिल हुआ। इस बार हुए सर्वे में भोपाल निगम ने दावा किया था कि भोपाल नंबर वन पर होगा।
डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का सेग्रीगेशन
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के लिए भोपाल नगर निगम ने शहर में पांच चीजों पर फोकस रखा। जिसकी वजह से भोपाल देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर बनकर उभरा है। नगर निगम कमिश्नर हरेन्द्र नारायन के मुताबिक हमने गारबेज ट्रांसफर स्टेशन बढ़ाए और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में 100 प्रतिशत सेग्रीगेशन पर फोकस रखा। विजीवल क्लीनिंग यानि शहर को प्रदूषण मुक्त करने पर काम हुए। उदाहरण के लिए सीएण्डडी वेस्ट फैंकने वालों पर लगातार कार्रवाई हुई। इससे काफी हद तक कॉलोनियों को प्रदूषण मुक्त रखा गया। वहीं एक्यूआई कंट्रोल रखने के लिए लगातार शहर में पानी का छिड़काव किया गया। पेड़ों पर भी पानी से छिड़काव किए गए। खासकर दशहरा और दीपावली पर भी भोपाल के क्वालिटी इंडेक्स बेहतर रहा। इसी तरह शुद्ध हवा के लिए ग्रीनरी बढ़ाई गई। अंत में सिटीजन फीटबैक बेहतर रहा।
चार हिस्सों में हुआ सर्वेक्षण
इस बार 7 बार से स्वच्छ सर्वेक्षण में देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीतने वाले इंदौर को इस प्रतियोगिता में शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में इस बार अहमदाबाद को सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिल सकता है। वहीं उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ को देश में सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरा और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को तीसरा स्थान मिलने की संभावना है। नगर निगम आयुक्त हरेन्द्र नारायण ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण में अलग-अलग पार्ट के लिए प्रथम चरण के लिए 500 अंक, द्वितीय के लिए 500 और तृतीय व चतुर्थ के लिए 9000 अंक तय किए हैं। इसके साथ ही ओडीएफ, वाटर प्लस के लिए 1200, कचरा मुक्त शहर स्टार रेटिंग के लिए 1300 अंक हैं. इस तरह कुल 12 हजार 500 अंकों के आधार पर स्वच्छ सर्वेक्षण किया गया है।
इस बार मिलेंगे 20 अवाॅर्ड
स्वच्छ सर्वेक्षण भोपाल को पिछली बार साल 2023 के सर्वेक्षण में 5वीं रैंक मिली थी। इससे पहले साल 2017 और 2018 में लगातार देश में स्वच्छ शहरों की श्रेणी में दूसरा स्थान मिला था। अब एक बार फिर स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में भोपाल को देश के दूसरे सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिलने की उम्मीद है। वहीं सभी कैटेगिरी में पिछली बार प्रदेश को 18 अवॉर्ड मिले थे। इस बार अधिकारियों का कहना है कि 20 श्रेणियों में प्रदेश के नगरीय निकायों को स्वच्छता का अवॉर्ड मिलेगा।
अवॉर्ड के लिए ये शहर चयनित
सुपर स्वच्छता लीग के अलावा इस बार स्वच्छता के मामले में नगरीय निकायों को प्रेसिडेंशियल और मिनिस्टि्रयल अवॉर्ड भी दिए जाएंगे। प्रेसिडेंसियल अवॉर्ड के लिए भोपाल, देवास और शाहगंज का चयन किया गया है। जबकि जबलपुर और ग्वालियर नगर निगम को मिनिस्टि्रयल अवॉर्ड मिलेगा। यानि ये अवॉर्ड राष्ट्रपति नहीं, बल्कि केंद्रीय मंत्री द्वारा दिए जाएंगे। वहीं इस बार भोपाल को सबसे स्वच्छ शहरों की श्रेणी में दूसरा स्थान मिलने की संभावना है।
अवाॅर्ड के लिए आया आमंत्रण
नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण का कहना है कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 के तहत भोपाल को सुपर लीग केटगरी के तहत अवाॅर्ड दिया जाएगा। जिसमें प्रेसिडेंट अवाॅर्ड की जानकारी मिली है। ऐसे में भोपाल की पहले से स्वच्छता में रैंकिंग सुधरी है।