Shivraj Mama : केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता से सभी को मन मोह लिया। बीते रविवार को भोपाल में कार्यक्रम में जाते समय उन्होंने सड़क हादसे में घायल एक युवक को देखकर तुरंत काफिला रुकवाया और उसे इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। बतादें कि पूर्व में भी शिवराज सिंह कई मौकों पर हादसों में घायलों को अस्पताल पहुंचाने और उनकी मदद करते देखे गए हैं। इस मानवीय पहल पर वहां मौजूद लोगों ने शिवराज सिंह चौहान का आभार प्रकट किया।
जानकारी के मुताबिक रविवार शाम शिवराज सिंह चौहान अवधपुरी में स्थित जैन मंदिर में चातुर्मास कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। चेतक ब्रिज पर लोगों की भीड़ देखकर उन्होंने अपना काफिला रुकवाया। तभी एक महिला दौड़कर उनके पास आई और दुर्घटना में युवक के घायल होने के बारे में बताया।
युवक को गंभीर चोट और फ्रेक्चर
जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री से फोन पर बात होने के बाद तुरंत ही अस्पताल में इलाज की समुचित व्यवस्था करने के साथ ड्यूटी डॉक्टर को अलर्ट कर दिया गया। घायल युवक का नाम 35 वर्षीय देवेंद्र गोरे सूरज नगर का निवासी है। युवक के सिर में चोट आने के साथ हाथ-पैर में फ्रेक्चर हुआ है। समय पर इलाज मिलने से युवक की हालत पहले से बेहतर है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अपनी गाड़ी से पहुंचाया अस्पताल
शिवराज ने अपने काफिले की गाड़ी में अपने स्टाफ की मदद से घायल को गाड़ी में लिटाया। इसके बाद स्टाफ में पदस्थ राकेश को भी घायल युवक के साथ भेजा। उन्होंने अफसर से कहा जो व्यक्ति घायल हैे। इनके परिवारजनों को भी सूचित करा दें। यही नहीं, उन्होंने जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव से भी फोन पर बात कर इमरजेंसी में तुरंत युवक के इलाज का इंतजाम करने को कहा।
लोगों ने कहा, धन्यवाद मामा
घायल मरीज के अस्पताल पहुंचाने के बाद वहां मौजूद लोगों ने शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया। तो उन्होंने कहा कि इसमें धन्यवाद की कोई बात नहीं है। बल्कि ये सबका धर्म है कि जब भी कोई घायल अवस्था में मिले तो उसे बिना देर किए अस्पताल पहुंचाकर समय से उपचार उपलब्ध कराएं। ताकि लोगों की जान बच सके। इस दौरान वहां मामा, मामा के नारे भी लोगों ने लगाए। मप्र में सड़क दुर्घटना में घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को 25 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। ये काम राहवीर योजना के तहत किया जाएगा। संबंधित व्यक्ति को रुककर तत्काल एंबुलेंस को कॉल करना होगा। उसे अस्पताल पहुंचाने में मदद करनी होगी।