ईरान में फंसे छग के लोग: नहीं हो रहा संपर्क, परिजनों ने राज्य और केंद्र सरकार से  वापस लाने की लगाई गुहार..

ईरान में फंसे छग के लोग: नहीं हो रहा संपर्क, परिजनों ने राज्य और केंद्र सरकार से  वापस लाने की लगाई गुहार..

Iran and Israel War : ईरान और इजराइल के बीच हो रहे भीषण युद्ध में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के कई परिवार फंसे हैं. जिसमें रायपुर सेंट्रल जेल में पदस्थ जेलकर्मी का परिवार भी इसमें शामिल है. दरअसल जेलकर्मी की बेटी दामाद समेत 2 नाती ईरान के कुम्म शहर में फंसे हैं. वहीं उनके साथ मोमिनपारा की युवती भी है। दामाद एजाज जैदी और बेटी एमन जैदी पढ़ाई करने ईरान गये थे. जानकारी के मुताबिक दामाद एजाज जैदी दमोह मप्र के मूल निवासी है. बता दें कि बुधवार दोपहर से सभी का संपर्क पुरी तरह से टूटा गया है. किसी से कोई बातचीत नहीं हो पा रही है. ऐसे में परिजनों ने राज्य और केंद्र सरकार से सकुशल वापस लाने की गुहार लगाई है. 

ईरान में फंसे छग के लोग:

जानकारी के मुताबिक ईरान और इजरायल की बीच चल रहा युद्ध विकराल रूप धारण कर चुका है। शांतिकाल में ईरान में पढ़ाई करने गए छत्तीसगढ़ के लोग भी बुरी तरह से फंस गए हैं। ईरान में फंसे होने वालों में रायपुर जेल कर्मी का दामाद तथा बेटी के साथ एक के बीच जंग शुरू होने के बाद कासिम तथा उनकी पत्नी अपनी बेटी तथा दामाद से नियमित वीडियो कॉल के माध्यम से संपर्क कर एक दूसरे का हाल जानते थे। लेकिन उससे भी अब संपर्क टूट गया है। जेलकर्मी ने अपनी बेटी, दामाद तथा उनके दो छोटे बच्चों को सुरक्षित वतन वापसी के लिए केंद्र तथा राज्य सरकार से गुहार लगाई है। जेलकर्मी के अनुसार उनका दामाद वर्ष 2017 से ईरान में रह रहा है। शादी के एक साल बाद जेलकर्मी का दामाद अपनी पत्नी को भी साथ ईरान ले गया है, तब से वे वहीं रह रहे हैं। जेलकर्मी कासिम अली के अनुसार उनकी 29 साल की बेटी एमन जैदी, दामाद एजाज कुंद में रह रहे हैं, जहां इजरायल की भीषण बमबारी हो रही है। कासिम के अनुसार उनकी बेटी को स्वास्थ्यगत समस्या है, उसे जरूरत पड़ने पर अलग से ऑक्सीजन चढ़ाना पड़ता है। बमबारी के बीच एमन की तबीयत खराब हो गई। कासिम के दामाद ने किसी तरह अपनी पत्नी के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की। दंपति के पांच तथा तीन साल के दो बेटे हैं। दोनों का जन्म ईरान में हुआ है। कासिम ने जैसे बताया है, उनका दामाद मूल रूप से मध्यप्रदेश, दमोह का रहने वाला है।  कासिम का अपनी बेटी और दामाद से किसी प्रकार से कोई संपर्क नहीं हो रहा है। इसके कारण कासिम तथा उनकी पत्नी बुरी तरह से परेशान तथा डरे हुए हैं।

बमबारी के बीच एमन की तबीयत खराब:

पत्नी की तबीयत बिगड़ी कासिम की पत्नी को माइग्रेन तथा हाई बीपी कीसमस्या है। बेटी, दामाद तथा उनके दोनों बच्चों से संपर्क नहीं हो पाने की वजह से कासिम की पत्नी की तबीयत बिगड़ गई है। कासिम की पत्नी का माइग्रेन बढ़ने के साथ उसका बीपी बढ़ गया है। इसके चलते कासिम को छुट्टी लेनी पड़ी। कासिम के अनुसार उन्हें जहां ईरान में फंसे अपनी बेटी, दामाद तथा उनके बच्चों की सुरक्षा की चिंता है, वहीं कासिम को अपनी पत्नी के बिगड़ते स्वास्थ्य की चिंता सता रही है। दामाद मौलवियत की शिक्षा लेने ईरान गया है कासिम के अनुसार उनका दामाद मौलवियत की धार्मिक शिक्षा हासिल करने ईरान गया है। मौलवियत की पढ़ाई लंबे समय तक चलती है। इस वजह से एजाज शादी के एक साल बाद अपनी पत्नी को भी अपने साथ ईरान ले गया। तब से एजाज अपनी पत्नी तथा बच्चों के साथ ईरान में रह रहे हैं।

ईरान से लौटे छात्रों ने बयां किया मंजर: 

वहीं ईरान से लौटे छात्रों ने वहां के भयावह मंजर को बयां किया। एमबीबीएस का हमारे पड़ोस में छात्र ही आसमान से मिसाइलें गिर रही थीं। राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे भारतीय छात्रों में से दिल्ली के एक छात्र अली अकबर ने बताया कि, तबाही का दृश्य हर तरफ था। उन्होंने आगे कहा, बस यात्रा के दौरान हमने आसमान से एक ड्रोन और एक मिसाइल और गिरते देखा जिसके बाद तेहरान तबाह हो गया है। इसकी तस्वीरें समाचारों में दिखाई गई हैं।


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