मुंबई। बॉलीवुड के बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने हाल ही में एक खास बातचीत में अपने करियर के अद्भुत आंकड़े साझा किए। उन्होंने बताया कि एक समय में उनकी 65 फिल्में फ्लोर पर थीं औऱ उन्हें एक इतने ही साल में 19 फिल्में रिलीज करने का लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी हासिल है।
उन्होंने गर्व से बताया, “मैंने करीब 380 फिल्में की हैं। उस समय जब बाक़ी कलाकार कई महीने सिर्फ एक फिल्म पर काम करते हैं, तब मेरे लिए इतनी फिल्में करना अटपटा नहीं था। एक ही लाइन पढ़कर मैं तय कर लेता था कि उस फिल्म को करना है या नहीं।”
सच जानने की प्रेरणा और विवादों से बेपरवाह रुख
मिथुन ने आगे बात करते हुए अपनी हालिया राजनीतिक टिप्पणियों और विवादों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “क्या आप जानते हैं नोआखली नरसंहार के बारे में? मेरे समय से पहले की घटना है—वजह से बहुत सारे लोग मरे गए। कलकत्ता नरसंहार और नोआखली में भी यही हुआ था। लोग इसे जानना नहीं चाहते, लेकिन विवेक अग्निहोत्री कहते हैं—‘कृपया सच जानें।’ जैसे ही आप हकीकत सामने लाते हैं, वह राजनीतिक हो जाती है। हमें इसमें क्या करना चाहिए?”
मौजूदा दौर की भूमिका—संयम, संवेदनशीलता और सच्चाई
मिथुन ने अपने वर्तमान फिल्म चयन के बारे में कहा कि अब वह ऐसी फिल्में ही करते हैं जो उन्हें मेहनताना देती हैं और जिनसे वो जोड़ महसूस करते हैं। इस कड़ी में उन्होंने उल्लेख किया:
‘फ़ौजी’ – प्रभास के साथ एक देशभक्ति से ओतप्रोत पारिवारिक ड्रामा
‘जेलर 2’ – रजनीकांत के साथ एक अनूठी भूमिका
‘प्रजापति 2’ – एक अलग अंदाज़ की फिल्म
उन्होंने अपनी हालिया फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ पर हुए विरोध और विवाद पर भी खासी प्रतिक्रिया दी। उनका मानना है कि सच दिखाने पर राजनीतिक प्रतिक्रिया मिलती है, क्योंकि “कोई भी हकीकत का सामना करना नहीं चाहता है।”