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पूर्व CM बघेल ने साय सरकार पर साधा निशाना, बोले-'आदिवासी समाज से होते हुए भी आदिवासियों के अधिकारों का किया हनन'

पूर्व CM बघेल ने साय सरकार पर साधा निशाना, बोले-'आदिवासी समाज से होते हुए भी आदिवासियों के अधिकारों का किया हनन'

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित कोटा विधानसभा के आदिवासी समाज कार्यक्रम में पहुंचने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के बंगले में पत्रकारों से चर्चा की। जिसमें वोट चोरी, निर्वाचन आयोग की भूमिका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव को लेकर तंज कसते हुए निशाना भी साधा। दरअसल, बिलासपुर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान भूपेश बघेल ने वोट चोरी पर कहा कि, राहुल गांधी ने पूरे प्रमाण के साथ प्रेस कांफ्रेंस की, जिसके बाद देश भर में भूचाल सा आ गया। 

आदिवासी समाज का किया हनन:

बघेल ने कहा कि, हमें पहले से पता था कि वोट की चोरी हो रही है। छत्तीसगढ़ में भी कांकेर, पाली-तानाखार और टी.एस. सिंहदेव बहुत कम अंतर से हारे। चोरी की वोट से मोदी ने सरकार बनाई। इसकी जिम्मेदारी निर्वाचन आयोग की है। अगर निर्वाचन ही निष्पक्ष नहीं होगा तो आयोग की भूमिका बीजेपी के समकक्ष मानी जा सकती है। आयोग कहता है कि, राउल गांधी शपथपत्र दो, लेकिन दाल में काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर आरोप लगाया कि आदिवासी समाज से होते हुए भी आदिवासियों के अधिकारों का हनन हो रहा है। 

उपमुख्यमंत्री को लेकर कसा तंज:
 
नक्सलियों के नाम पर आदिवासियों को जेल भेजा जा रहा है, NIA जबरन केस बना रही है। तमनार में साय के पदभार ग्रहण से पहले ही पेड़ों की कटाई शुरू हो गई। आदिवासी मुख्यमंत्री इसलिए बनाया गया ताकि खनिज संपदा उनके मित्रों को सौंप दी जाए और आदिवासी कुछ कह न पाएं। बघेल ने उपमुख्यमंत्री को लेकर तंज कसते हुए कहा कि उनका यहां कुछ नहीं चलता। ईडी की छापामार कार्रवाई पर बघेल ने कहा कि हम लड़ रहे हैं। भाजपा का एक ही काम है बहुसंख्यकों को अपने पास लाना और अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करना। 

प्रोटेक्शन मनी लेने का लगाया आरोप: 

बिजली कटौती पर चुटकी लेते हुए बोले कि, कटौती हो रही है ‘साय साय’। महादेव सट्टा एप मामले में कहा कि, हम पर प्रोटेक्शन मनी लेने का आरोप लगाया गया, अब जो चल रहा है उसका जवाब दें सरकार। ट्रंप के टैक्स पर बोले कि दोस्त दोस्त ना रहा, इतना टैरिफ लगाया गया पर प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं कह पाए। यह मोदी की नहीं बल्कि हमारे प्रधानमंत्री की बेइज्जती है। बीजेपी को बताना चाहिए कि अदाणी को कितना तेल जाता है और कितना खपत होता है। 


 


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