
रायपुर: भारतीय प्रशासनिक सेवा 1989 बैच के अधिकारी और छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन से विदा लेंगे। दरअसल वह आगामी 11 दिन बाद यानी 30 जून को अपने पद से रिटायर हो जाएंगे। वहीं राज्य के नए प्रशासनिक मुखिया और डीजीपी पर जल्द हो फैसला सकता है. बतादें कि मुख्य सचिव अमिताभ जैन इस माह रिटायर हो रहे है. वहीं दूसरी ओर नए मुख्य सचिव के लिए आधा दर्जन दावेदारों का चयन किया गया है.
यूपीएससी से दो नाम का पैनल जारी:
सीएस की दौड़ में एसीएस रेनू पिल्लै, सुब्रत साहू,अमित अग्रवाल, रिचा शर्मा, मनोज पिंगुआ के नाम शामिल हैं. इसके अलावा पूर्णकालिक डीजीपी पर भी सरकार निर्णय कर सकती है. वहीं राज्य सरकार के पास से यूपीएससी से दो नाम का पैनल भी सामने आए हैं. इस पैनल में आईपीएस अरुण देव गौतम और हिमांशु गुप्ता के नाम का है. बतादें कि अरुण देव गौतम वर्तमान में प्रभारी डीजीपी है.
वरिष्ठ पदों पर किया निर्वहन:
इन सभी दावेदारों में अमिताभ जैन वरिष्ठ आईएएस हैं, और रायपुर जिले के कलेक्टर से लेकर मुख्य सचिव के पद पर पहुंचे हैं। इस बीच उन्होंने कई वरिष्ठ पदों पर अपने दायित्वों का निर्वहन सफलतापूर्वक किया है। यही नहीं, वे साफ-सुथरी छवि वाले एक कर्मठ अधिकारी भी माने जाते हैं। मुख्य सचिव के रूप में जैन 30 नवंबर 2020 से सेवा प्रदान कर रहे हैं। वहीं लगभग डेढ़ महीने उनका काल समाप्त हो जाएगा। जिसके बाद राज्य में नए मुख्य सचिव की नियुक्त को लेकर अटकलें और चर्चाएं तेज हो रही हैं। वे इसी माह 30 जून को रिटायर होंगे। लेकिन खास बात ये है कि पिछले पांच साल से जैन लगातार मुख्य सचिव के रूप में सेवा देने वाले अकेले अधिकारी है। राज्य गठन के बाद अब तक 12 सीएस हुए है, सबसे लंबा और सफल कार्यकाल अमिताभ जैन के नाम दर्ज है।
ये हैं प्रमुख दावेदार:
छत्तीसगढ़ में वरिष्ठता के आधार पर मुख्य सचिव पद के प्रमुख दावेदारों में महिला अधिकारी रेणु गोनेला पिल्ले का नाम है। वे 1991 बैच की आईएएस हैं। एसीएस के रूप में वर्तमान में वे सेवाएं दे रही हैं। उनके बाद 1992 बैच के आईएएस रूप में सुब्रत साहू इस क्रम में कार्य कर रहे हैं। इन दोनों दावेदारों के बीच तीसरे दावेदार के रूप में अमित अग्रवाल का नाम चर्चा में है। वे 1993 बैच के आईएएस हैं।अग्रवाल छत्तीसगढ़ कैडर के अधिकारी है। वे वर्ष 2016 से केंद्रीय सरकार की प्रतिनियुक्त पर दिल्ली में हैं। वर्तमान में वे यूआईडीएआई के सीईओ के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। जानकारों का मानना है कि स्वाभाविक दावेदार के रूप में इन तीन अधिकारियों के नाम फिलहाल चर्चा में हैं।