
भोपाल। अब भोपाल व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर रेलवे बोर्ड व पमरे जोन मुख्यालय की सीधी नजर रहेगी। अगर स्टेशन पर कुछ में गलत या नियम विरुद्ध होगा, या यात्री सुविधा में कमी नजर आएगी तो सीधा रेलवे बोर्ड व पमरे जोन के अधिकारी इसमें सुधार करा सकेंगे। दरअसल, आने वाले दिनों में स्टेशनों के वीडियो सर्विलांस सिस्टम को रेलवे बोर्ड व पमरे जोन मुख्यालय से सीधे जोड़े जाएंगे। रेलवे भोपाल मंडल सहित करीब 700 से अधिक स्टेशनों पर इस योजना का लागू करने जा रहा है। इन स्टेशनों को ऑनलाइन कैमरा मॉनिटरिंग से जोड़ा जा रहा है। यह काम रेलवे का रेलटेल उपक्रम कर रहा है।
इनकी मदद से 24 घंटे अधिकारी दफ्तर से बैठे-बैठे नजर रख सकेंगे। अभी लगभग सभी स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन स्थानीय प्रबंधन ही स्टेशनों पर नजर रखते हैं। अब इन्हें वीडियो सर्विलांस से जोड़ा जा रहा है। यह काम अगले 6 महीने में पूरा हो जाएगा। इसके बाद मंडल और जोन के अधिकारी इन स्टेशनों पर यात्रियों को दी जाने वाली सुविधा और सुरक्षा पर सीधा नियंत्रण रख सकेंगे।
जोन के 15 स्टेशन हैं इस योजना में शामिल
रेलवे स्टेशनों पर वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) (सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क) की स्थापना का शुरू कर दिया है। यह काम पश्चिम मध्य रेलवे के 15 रेलवे स्टेशनो में रानी कमलापति शामिल है।
यह मिलेगी मदद
रेल सुरक्षा बल अधिकारियों को बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक तरह की अतिरिक्त सहायता मिल सकेगी। सीसीटीवी कैमरों से मिलने वाली वीडियो फीड की रिकॉर्डिंग 30 दिनों के लिए स्टोर की जा सकेगी। इनकी मदद से अपराधों के अनुसंधान में तेजी आएगी।
रानी कमलापति स्टेशन के अलावा ये भी शामिल
पश्चिम मध्य रेलवे के स्टेशनों में भोपाल मंडल के बीना, रानी कमलापति, होशंगाबाद, विदिशा, जबलपुर मण्डल के पिपरिया, जबलपुर, कटनी, मैहर, सतना, रीवा, दमोह एवं सागर तथा कोटा मण्डल के भरतपुर, सवाईमाधोपुर एवं कोटा रेलवे स्टेशनों को शामिल किया है।