
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने हाल ही में प्रमोशन पाए 21 निरीक्षकों (इंस्पेक्टरों) को उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) पद पर पदोन्नत कर उन्हें सीधे नक्सल मोर्चे पर तैनात किया है। इन अफसरों को बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, दंतेवाड़ा और कांकेर जैसे संवेदनशील जिलों में भेजा गया है, जहां वे अगले एक माह तक तैनात रहेंगे।
बस्तर में लगातार चल रहे अभियान को मिलेगी ताकत:
नक्सल प्रभावित बस्तर रेंज में केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से सीआरपीएफ, डीआरजी और अन्य बलों के सहयोग से सघन अभियान चलाए जा रहे हैं। यह नई तैनाती इसी अभियान को मजबूती देने की रणनीति का हिस्सा है। इन नए डीएसपी अधिकारियों को सीधे जमीनी स्तर पर काम सौंपा गया है ताकि वे नक्सलियों के गढ़ों में जाकर प्रभावी कार्रवाई कर सकें।
सीएम ने की थी हाईलेवल समीक्षा बैठक:
हाल ही में नक्सलियों द्वारा की गई बारूदी सुरंग विस्फोट की घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में निर्णय लिया गया था कि नक्सल मोर्चे पर अनुभवी और सक्रिय अफसरों की तैनाती कर अभियान को तेज़ किया जाए। इसके बाद पहले आठ आईपीएस अधिकारियों की तैनाती की गई और अब 21 नए डीएसपी को भी मैदान में उतारा गया है।
13 जून तक रिपोर्ट करने का निर्देश:
इन सभी डीएसपी अधिकारियों को 13 जून तक बस्तर आईजी को रिपोर्ट करना होगा। इसके बाद बस्तर रेंज में उन्हें इंडक्शन ब्रीफिंग सेशन में भाग लेना होगा, जहां उन्हें नक्सल इलाकों में अभियान संचालन और सुरक्षा रणनीतियों की जानकारी दी जाएगी।
जिलावार तैनाती विवरण:
बीजापुर: नरेंद्र कुमार पटेल, चंद्रशेखर ध्रुव, विवेक शर्मा, लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, प्रमोद केरकेट्टा, चुन्न तिग्गा
सुकमा: हरविंदर सिंह, यशकरण द्वीप ध्रुव, गोपाल सिंह धुर्वे, विपिन रंगारी, इंद्रभूषण सिंह
नारायणपुर: रमाकांत साहू, एम्ब्रोस कुजूर, सुशील मलिक, कुंज बिहारी नागे
दंतेवाड़ा: बृजेश कुमार तिवारी, तूल सिंह पट्टावी, कमलेश्वर कुमार भगत
कांकेर: सुरेश कुमार भगत, ओमप्रकाश कुजूर, नोहर लाल मंडावी