Chhatarpur News : मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के किरतपुरा गांव से एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है, जिसने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गांव के सरकारी स्कूल में मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे से पहले की जा रही तैयारियों के बीच, स्कूली बच्चों से गंदे शौचालय की सफाई करवाई गई।
इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मासूम छात्र-छात्राएं पढ़ाई की बजाय झाड़ू और पोछा लिए शौचालय की सफाई करते दिख रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल में यह पहली बार नहीं हुआ है। उनके अनुसार स्कूल का प्रभारी अक्सर बच्चों से सफाई जैसे गैर-शैक्षणिक कार्य करवाता है। लेकिन इस बार मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों के चलते बच्चों को जबरन गंदगी साफ करने पर मजबूर किया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि क्या सरकारी योजनाओं में यह भी शामिल है कि नौनिहालों से टॉयलेट की सफाई करवाई जाए? क्या अब स्कूल शिक्षा का मंदिर नहीं, मजदूरी का केंद्र बन गए हैं? वही घटना की जानकारी लगते ही जिला परियोजना समन्वयक अरुण पांडेय ने कहा है कि मामले की जांच करवाई जाएगी। संबंधित स्कूल प्रभारी को नोटिस जारी किया गया है, और दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब यह देखना होगा कि जब यह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहुंचेगा, तो सिर्फ जांच तक सीमित रहेगा या जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। बहरहाल, यह मामला सिर्फ एक स्कूल या एक गांव की बात नहीं है, यह हमारे शिक्षा तंत्र की मानसीकता को उजागर करता है, जहां बच्चों को शिक्षा नहीं, व्यवस्था का साधन समझा जा रहा है।