लीलाधर राठी//सुकमा। शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में जिला पुलिस और सीआरपीएफ को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। 1 करोड़ 18 लाख रुपए के इनामी कुख्यात नक्सली लोकेश समेत कुल 23 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। लोकेश वही नक्सली है, जो तत्कालीन कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन के अपहरण की साजिश में शामिल था।
पीएलजीए बटालियन के 8 हार्डकोर नक्सली भी शामिल
मिली जानकारी के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में पीएलजीए बटालियन में सक्रिय 8 हार्डकोर नक्सली भी शामिल हैं। इसके अलावा अन्य नक्सली संगठन क्षेत्रों से भी कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
आत्मसमर्पित नक्सलियों में शामिल हैं:
01 डीव्हीसीएम (DVCM)
06 पीपीसीएम (PPCM)
04 एसीएम (ACM)
12 पार्टी सदस्य
इनमें 14 पुरुष और 9 महिलाएं हैं, जिनमें से 3 नक्सली दंपती भी हैं।
पुनर्वास नीति और सुरक्षा कैम्पों का दिखा असर
बताया जा रहा है कि इन नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति, साथ ही “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रेरित होकर यह कदम उठाया है। साथ ही सुदूर क्षेत्रों में लगातार नई पुलिस सुरक्षा चौकियों की स्थापना और पुलिस की प्रभावशाली उपस्थिति के कारण नक्सलियों का मनोबल टूटा है।
इन नक्सलियों पर था बड़ा इनाम
सरकार की ओर से इन नक्सलियों पर घोषित इनाम इस प्रकार था:
11 नक्सलियों पर ₹8-8 लाख
4 नक्सलियों पर ₹5-5 लाख
1 नक्सली पर ₹3 लाख
7 नक्सलियों पर ₹1-1 लाख
कुल घोषित इनाम: ₹1 करोड़ 18 लाख
आत्मसमर्पण में सुरक्षा बलों की अहम भूमिका
इस सफल आत्मसमर्पण अभियान में निम्न सुरक्षा इकाइयों का विशेष योगदान रहा:
जिला बल सुकमा
डीआरजी सुकमा
विआशा सुकमा
रेंज फील्ड टीम (RFT) सुकमा और जगदलपुर
सीआरपीएफ की 02, 223, 227, 204, 165 बटालियन
कोबरा 208 वाहिनी की आसूचना शाखा