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ट्रेंड में चल रही Siddha Walking को करते समय इनका रखें ध्यान, हमेशा रहेंगे हेल्दी और एनर्जेटिक

ट्रेंड में चल रही Siddha Walking को करते समय इनका रखें ध्यान, हमेशा रहेंगे हेल्दी और एनर्जेटिक

हेल्दी और फिट (Healthy and Fit) रहने के लिए वॉकिंग (Walking) तो काफी लोग करते हैं। लेकिन अगर वॉकिंग के साथ मेडिटेशन का भी फायदा लेना है तो सिद्धा वॉकिंग (Siddha Walking) बहुत इफेक्टिव तरीका है। योग थेरेपिस्ट पूजा पाल से बातचीत पर आधार पर आइये जानते हैं क्या है यह वॉकिंग, कैसे करते हैं और इसके फायदे के बारे में जानिए। गर्मी के मौसम में सुबह-सवेरे 'वॉक' करने से हमारा शरीर स्वस्थ और निरोगी तो रहता ही है। साथ ही में हमारा वजन भी काबू में रहता है और दिन भर हम खुद को ऊर्जावान महसूस करते हैं। हमारे तन-मन को दुरुस्त रखने वाली एक स्पेशल वॉक है-सिद्धा वॉकिंग।

क्या है यह वॉकिंग:

ध्यानपूर्वक टहलने को सिद्धा वॉकिंग कहते हैं। विदेशों में सिद्धा वॉक 'इंफिनिटी वॉकिंग' के नाम से जानी जाती है। वहीं भारत में इसे '8 वॉकिंग' के नाम से भी जाना जाता है। योग एक्सपर्ट्स इस वॉकिंग को योग से जोड़कर भी देखते हैं, क्योंकि यह वॉकिंग के साथ-साथ मेडिटेशन का काम भी करता है। करने का तरीका: सिद्धा वॉकिंग करने के लिए सबसे पहले 8 का शेप बनाने के लिए राइट और लेफ्ट डायरेक्शन में लगभग 6 फीट डायमीटर के दो गोले बनाए जाते हैं। फिर इस पर दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर 15 मिनट उसके बाद उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर 15 मिनट तक आराम से चलना होता है।

ध्यान रखने योग्य बातें:

सिद्धा वॉकिंग गर्मी के मौसम में सुबह या शाम किसी भी वक्त की जा सकती है। बशर्ते आपका पेट खाली हो। इस वॉक को आप अपने गार्डन, कमरे या छत पर नंगे पैर आसानी से कर सकते हैं। इसको करते समय आपको कोई संगीत या गीत नहीं सुनना है। शांत चित्त से वॉक करने पर सारा ध्यान केंद्रित करना है। क्योंकि ऐसा करने से वॉक के साथ-साथ आपका मैडिटेशन भी होता रहेगा। वॉक ध्यान के साथ संयमित गति से चलना है। दिमाग को एकदम विचार रहित रखना है। सिद्धा वॉक करते समय आपके आस-पास ताजी हवा का संचार होना जरूरी है। आप खुले में इस वॉक को कर रहे हैं, तो बहुत अच्छा है। यदि कमरे में वॉक कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि कमरे की खिड़कियां और दरवाजे खुले रहने चाहिए, ताकि कमरे में ताजी हवा आती रहे। सिद्धा वॉक करते समय मोबाइल से दूरी बनाकर रखना जरूरी है। ताकि वॉक करते समय किसी तरह का कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो।

वॉक करने के फायदे

-सिद्धा वॉक वैसे तो किस भी मौसम में करने से लाभप्रद होती है। किंतु गर्मी के मौसम में ये वॉक करने के एक नहीं बल्कि अनेक फायदे हैं, जो हमारे तन-मन को मिलते हैं।

-सिद्धा वॉक करने से पहला सबसे बड़ा लाभ जो मिलता हैं, हमारा वेट कंट्रोल में रहता है, क्योंकि 8 की शेप में वॉक करने के दौरान हमारा पूरा शरीर ट्विस्ट होता है। जिससे सभी अंग एक्टिव हो जाते हैं।

-जिनको भी पेट से संबंधित दिक्कते हैं, ये वॉक करने से पेट और पाचन से जुड़ी सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। जिनको भी थायरॉइड, मोटापा और घुटनों का दर्द, रूमेटाइड अर्थराइटिस जैसी परेशानियां हैं। उनके लिए तो सिद्धा वॉक किसी वरदान से कम साबित नहीं होती है।

-इससे मन को शांत रखने में मदद मिलती है। आप हर तरह की मानसिक दिक्कत और डिप्रेशन इत्यादि से छुटकारा पा सकने में सफल हो सकते हैं। आपका ब्लड शुगर नॉर्मल हो जाता है।

-यदि किसी भी व्यक्ति को सर्दी-जुकाम की दिक्कत बनी रहती है और नाक जाम रहने के चलते ठीक से सांस लेने में परेशानी होती है तो सिद्धा वॉक करने से जाम हुई नाक साफ़ हो जाती है और नाक के दोनों छेदों से पूरी ऑक्सीजन, फेफड़ों में पहुंचती है।

-इसे करने से नेत्र संबंधी समस्याओं में सुधार होता है और याद्दाश्त भी तेज होती है।

- महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी परेशानियां काफी हद तक दूर हो जाती हैं और चेहरे पर निखार भी बढ़ता है।


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