होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
अध्यात्म
मनोरंजन
सेहत
जॉब अलर्ट
जरा हटके
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

ट्रंप के टैरिफ बम पर सियासी बवाल: भारत समेत कई देशों में आज से लागू होगा नया टैरिफ, सरकार ने कहा-'जरूरी उठाएंगे कदम'

ट्रंप के टैरिफ बम पर सियासी बवाल: भारत समेत कई देशों में आज से लागू होगा नया टैरिफ, सरकार ने कहा-'जरूरी उठाएंगे कदम'

नई दिल्ली: ट्रंप के टैरिफ बम से सियासी बवाल थम नहीं रहा है। गुरुवार को इस मुद्दे पर लोकसभा में भारी हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लोकसभा में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने भारत का रुख साफ किया। इधर, टैरिफ बम का बाजार पर भी असर हुआ है। सुबह सेंसेक्स में तगड़ी गिरावट देखी गई, हालांकि बाद में बाजार थोड़ा संभला नजर आया।

 ट्रंप का भ्रमित करने वाला वाकयुद्ध :

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शुक्रवार 1 अगस्त से द्विपक्षीय व्यापार पर लागू होने वाली 25 फीसदी टैरिफ और रूस से जारी कच्चे तेल, हथियारों की खरीद पर अतिरिक्त जुर्माना लगाने की घोषणा के बाद देश में सड़क से लेकर संसद तक बवाल मचा हुआ है। ट्रंप का भ्रमित करने वाला वाकयुद्ध भी जारी है। जिसमें अब वो एक तरफ कह रहे हैं कि 'उन्हें भारत-रूस के बीच रिश्ते से कोई फर्क नहीं पड़ता है।

भारत का रुख किया साफ:

दोनों चाहें तो अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को लेकर एक साथ डूब सकते हैं। जबकि दूसरी तरफ उन्होंने भारत से बातचीत करने की बात कहते हुए कहा कि देखते हैं क्या होता है'? इन सबके बीच केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को मामले पर भारत का रुख साफ किया। उन्होंने लोकसभा में बयान देते हुए कहा कि 'भारत अपने राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित रखने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए तमाम जरूरी कदम उठाएगा'। सरकार हालिया घटनाक्रम से होने वाले प्रभावों का आकलन कर रही है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय निर्यातकों और उद्योग सहित सभी हितधारकों से बातचीत कर इस विषय पर उनके विश्लेषण की जानकारी एकत्रित कर रहा है। हमारे किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों, निर्यातकों, एमएसएमई और उद्योग जगत के तमाम भागीदारों के हितों की रक्षा और संवर्धन को केंद्र महत्व देता है। गोयल के मुताबिक, मात्र दस वर्षों से भी कम समय में भारत पांच कमजोर (फ्रेजाइल फाइव) अर्थव्यवस्थाओं में से निकलकर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है। अपने सुधारों, किसानों, एमएसएमई और उद्यमियों की कड़ी मेहनत के बल पर हम 11 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से दुनिया की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गए हैं। यह भी अपेक्षित है कि हम कुछ ही वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं और अर्थशास्त्री भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक ब्राइट स्पॉट के रूप में देखते हैं। ग्लोबल डेवलपमेंट में हम 16 फीसदी योगदान दे रहे हैं। 

शेयर बाजार में गिरावट:

स्थानीय शेयर बाजार में दो दिन से जारी तेजी पर गुरुवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 296 अंक लुढ़क गया। वहीं, एनएसई निफ्टी में 87 अंक की गिरावट आई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत से आयातित वस्तुओं पर और रूस से कच्चे तेल एवं सैन्य उपकरण खरीदने को लेकर जुर्माना लगाने की घोषणा के बाद शेयर बाजार में गिरावट रही।

द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा जारी:

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका ने मौजूदा वर्ष के मध्य में मार्च महीने में एक न्यायपूर्ण, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के लिए बातचीत शुरू की थी। दोनों के बीच नई दिल्ली और वाशिंगटन डीसी में कुल चार दौर की प्रत्यक्ष बैठकें हुई है ताकि संदर्भ शर्तों के आधार पर समझौते को अंतिम रूप देने के लिए काम किया जा सके।इधर, अमेरिकी वित्त मंत्री बोले- व्यापार वार्ता में भारत के रवैए ट्रंप की टीम निराशः अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के साथ जारी व्यापार वार्ताओं को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और समूची व्यापार वार्ता टीम 'निराश हुई है।

इधर, अमेरिकी वित्त मंत्री बोले- व्यापार वार्ता में भारत के रवैए ट्रंप की टीम निराशः 

अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के साथ जारी व्यापार वार्ताओं को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और समूची व्यापार वार्ता टीम 'निराश हुई है।

कांग्रेस ने सरकार पर बोला तीखा हमला:

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने संसद में अमेरिका के साथ व्यापार समझौता विफल होने, अमेरिकी टैरिफ (शुल्क) और मोदी सरकार की नीति विफलताओं पर तीखा हमला बोला। उन्होंने वाणिज्य मंत्री द्वारा संसद में दिए गए बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि मंत्री ने केवल आत्मप्रशंसा की और वास्तविक मुद्दों को पूरी तरह नजर अंदाज कर दिया।

'डेड इकॉनोमी' का समर्थन राहुल को पड़ा उलटा:

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत की अर्थव्यवस्था को 'डेड इकॉनोमी कहने वाली टिप्पणी का समर्थन करना उलटा पड़ गया। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने न केवल राहुल के बयान से किनारा किया बल्कि सफाई में कई वरिष्ठ नेता आगे आए। उनका मतलब ये नहीं, वो नहीं था.. सफाई का कोई मतलब नहीं था। तीर निकल चुका था जिसे भाजपा ने लपक लिया। राजनीतिक विवाद का विषय बन गया है। भाजपा ने इसे तुरंत 'राष्ट्रविरोधी मानसिकता' करार दिया। राहुल गांधी पर भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बदनाम करने का आरोप लगाया। अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की आर्थिक नीतियों पर टिप्पणी करते हुए भारत की वर्तमान अर्थव्यवस्था को डेड (मृतप्राय) बताया था। इस बयान को राहुल गांधी ने तुरंत समर्थन दिया और कहा, ट्रंप जो कह रहे हैं, वही सच्चाई है। मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। भाजपा नेताओं राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए कहा, बार-बार विदेशी नेताओं के बयानों को भारत के खिलाफ राहुल गांधी हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं, जो देश की गरिमा के खिलाफ है। 

सरकार की आर्थिक विफलताओं का हुआ उजागर:

राहुल गांधी ने साबित कर दिया कि वे सिर्फ मोदी विरोधी नहीं, बल्कि भारत विरोधी भी हैं। जब देश एक विदेशी नेता की अनुचित आलोचना का जवाब देने की बजाय खड़ा होता है, राहुल गांधी उसी आलोचना का समर्थन कर देश की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाते हैं। कांग्रेस पार्टी ने इस बयान के बाद राहुल गांधी के समर्थन में सफाई दी। पार्टी ने कहा कि उनका आशय ट्रंप का समर्थन करना नहीं था, बल्कि मोदी सरकार की नीतिगत विफलताओं की ओर ध्यान खींचना था। मामला बढ़ता देख कांग्रेस पार्टी के संचार विभाग ने बकायदा बयान जारी कर कहा, राहुल गांधी ने भारत की आलोचना नहीं की, बल्कि मोदी सरकार की आर्थिक विफलताओं को उजागर किया है। जब बेरोजगारी चरम पर है, जीडीपी दर गिर रही है, और महंगाई काबू से बाहर है, तो आंखें बंद कर देशभक्ति की बात करना आत्मघाती होगा। वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ से राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बेहद सदृढ है।


संबंधित समाचार