Parliament Winter Session LIVE Updates: संसद के शीतकालीन सत्र के 10वें दिन लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने देशभर में बढ़ते वायु प्रदूषण पर तत्काल चर्चा की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि दिल्ली सहित कई बड़े शहर गंभीर एयर पॉल्यूशन की गिरफ्त में हैं, ऐसे में संसद को इस मसले पर विस्तृत बहस के साथ एक दीर्घकालिक समाधान पेश करना चाहिए।
‘यह बहस गाली गलौज वाली नहीं, समाधान आधारित हो’: राहुल गांधी
लोकसभा में अपनी बात रखते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश को यह दिखाने का समय है कि सरकार और विपक्ष कम से कम बुनियादी मुद्दों पर एकमत होकर काम कर सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि हर शहर के लिए 5 से 10 साल की प्रदूषण नियंत्रण योजना बनाई जाए, ताकि लोगों की जिंदगी आसान हो सके। राहुल गांधी ने कहा, “इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष को मिलकर कदम उठाना चाहिए। हम सभी चाहते हैं कि आने वाले समय में लोगों को जहरीली हवा न झेलनी पड़े। इस पर संसद में विस्तृत चर्चा होनी चाहिए।”
किरेंज रीजीजू का जवाब ‘सरकार पूरी तरह तैयार’:
राहुल गांधी की मांग पर संसदीय कार्य मंत्री किरेंन रीजीजू ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विषय पहले भी बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक में उठ चुका है और सरकार एयर पॉल्यूशन पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। रीजीजू ने कहा “यह एक गंभीर मामला है। अगर सदन चाहता है तो सरकार इस पर विस्तृत चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है।”
राज्यसभा में चुनाव सुधार और वोट चोरी पर गर्मागर्म बहस:
इसी बीच राज्यसभा में चुनाव सुधार, वोट चोरी और पारदर्शिता के मुद्दे पर तीखी बहस चलती रही। कई सांसदों ने EVM सुरक्षा, मतदाता सूची की विश्वसनीयता और चुनावी प्रक्रिया को और मजबूत बनाने के सुझाव रखे।
लोकसभा में ई-सिगरेट विवाद अनुराग ठाकुर ने की शिकायत:
सत्र के दौरान एक और मामला सुर्खियों में रहा, जब बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को शिकायत दी कि एक तृणमूल कांग्रेस सांसद ने सदन के अंदर ई-सिगरेट का उपयोग किया। अनुराग ठाकुर ने कहा “लोकसभा जैसे पवित्र लोकतांत्रिक स्थल में प्रतिबंधित डिवाइस का इस्तेमाल न केवल संसदीय मर्यादा का उल्लंघन है बल्कि कानून के तहत यह एक कॉग्निजेबल अपराध भी है” ।
अनुशासन से जुड़े मुद्दों ने सुर्खियां बटोरीं:
संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को कई बड़े मुद्दों से भरा रहा एक ओर एयर पॉल्यूशन पर सरकार और विपक्ष एक ही पेज पर दिखे, जबकि दूसरी ओर चुनाव सुधार और संसद में अनुशासन से जुड़े मुद्दों ने भी सुर्खियां बटोरीं।