राजेश सोनी, डबरा : डबरा और भितरवार मार्ग को जोड़ने वाला डबरा का एकमात्र ओवरब्रिज प्रशासनिक लापरवाही का शिकार होता नजर आ रहा है। प्रतिदिन हजारों वाहनों की आवाजाही वाले इस ओवरब्रिज की हालत पिछले कई वर्षों से जर्जर बनी हुई है। ब्रिज के बीचोंबीच दरारें आ चुकी हैं और कई स्थानों पर गैप भी बन गया है, जिससे किसी बड़े हादसे की आशंका लगातार बनी हुई है।
जिला प्रशासन ने लगाई थी रोक
दरअसल, करीब तीन साल पूर्व भोपाल से आई विशेषज्ञ टीम ने ओवरब्रिज का निरीक्षण कर मेंटेनेंस के निर्देश दिए थे, लेकिन आज तक उन आदेशों पर अमल नहीं किया गया। समय पर मरम्मत न होने के कारण अब ओवरब्रिज पूरी तरह कमजोर हो चुका है। मीडिया में मामला उजागर होने के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए ओवरब्रिज पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने के आदेश जारी किए। इसके तहत ब्रिज के पास चेतावनी बोर्ड लगाए गए और कुछ दिनों पहले भारी वाहनों को रोकने के लिए एंगल भी लगाए गए थे, लेकिन महज दो दिन बाद ही वे एंगल हटा दिए गए।
कलेक्टर के आदेश की अवहेलना
कलेक्टर के सख्त आदेशों के बावजूद डबरा में उनका खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। चेतावनी बोर्ड लगे होने के बाद भी भारी और ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से ओवरब्रिज से गुजरते देखे जा रहे हैं। हाल ही में गन्ने से लदे ओवरलोड वाहन को तेज रफ्तार में ओवरब्रिज पार करते देखा गया, जिसने प्रशासनिक दावों की पोल खोल दी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो यह लापरवाही कभी भी बड़े हादसे में बदल सकती है। अब सवाल यह उठता है कि कलेक्टर के आदेशों का पालन आखिर कब तक सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहेगा।