नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने राजधानी रायपुर में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। पंडरी क्षेत्र में जुटे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यालय की ओर कूच किया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत विधायक मौजूद
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस के कई विधायक भी प्रदर्शन में शामिल रहे। विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायकों ने सीने में तख्तियां पहनकर अपनी नाराजगी जाहिर की और इसे लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग बताया।
पुलिस बैरिकेडिंग, आगे बढ़ने से रोके गए कार्यकर्ता
भाजपा कार्यालय की ओर बढ़ते मार्च को रोकने के लिए पुलिस ने पंडरी इलाके में बैरिकेड्स लगाए थे। जैसे ही कार्यकर्ता आगे बढ़ने लगे, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़प और धक्कामुक्की की स्थिति बन गई।
बैरिकेड पार करने की कोशिश, हालात हुए तनावपूर्ण
कुछ प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश की, जिससे मौके पर तनाव बढ़ गया। हालांकि पुलिस ने संयम बरतते हुए स्थिति को नियंत्रण में रखा और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टाल दिया।
एजेंसियों पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई का आरोप
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए किया जा रहा है। उनका कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है और इससे लोकतंत्र कमजोर होता है।
भारी पुलिस बल तैनात, प्रशासन सतर्क
स्थिति को देखते हुए पंडरी समेत आसपास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। प्रशासन पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह सतर्क रहा।