सादिक अली, पचमढ़ी : मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में दिसंबर की ठंड ने इस बार खास रंग दिखाया है। कड़ाके की सर्दी के चलते यहां खुले मैदानों और जंगलों में घास पर बर्फ की पतली परत जम गई, जिससे पूरा इलाका सफेद मखमल की चादर ओढ़े नजर आया। इस दुर्लभ नजारे ने पचमढ़ी को पर्यटकों के लिए किसी ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ में तब्दील कर दिया।
2 से 4 डिग्री तापमान
बीते कुछ दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। रात में जमी ओस की बूंदें सुबह के समय पाले का रूप लेती दिखीं। सूर्योदय के वक्त जब पहली किरणें बर्फीली घास पर पड़ीं, तो पूरा दृश्य चांदी की तरह चमक उठा।
पचमढ़ी में यूरोप जैसी ठंड
क्रिसमस और नववर्ष से पहले मिले इस सरप्राइज से सैलानी बेहद उत्साहित नजर आए। सुबह-सुबह सैर पर निकले पर्यटकों ने इस अद्भुत दृश्य को कैमरों और मोबाइल में कैद किया। कई सैलानियों ने कहा कि उन्हें पचमढ़ी में ही यूरोप जैसे ठंडे और खूबसूरत नजारे देखने को मिल गए।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण आने वाले दिनों में ठिठुरन और बढ़ सकती है। क्षेत्र में शीतलहर का असर जारी रहने और पाला जमने की संभावना जताई गई है। वहीं, पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने भी सतर्कता बढ़ा दी है और कोहरे के कारण कम दृश्यता में सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
घास पर जमी बर्फ की परत
मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में दिसंबर की ठंड ने इस बार खास रंग दिखाया है। कड़ाके की सर्दी के चलते यहां खुले मैदानों और जंगलों में घास पर बर्फ की पतली परत जम गई, जिससे पूरा इलाका सफेद मखमल की चादर ओढ़े नजर आया। इस दुर्लभ नजारे ने पचमढ़ी को पर्यटकों के लिए किसी ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ में तब्दील कर दिया।