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कोरोना मरीज के स्वस्थ होने के बाद फिर होना पॉजिटिव, फेफड़ो की डेड सेल्स हो सकती है इसके पीछे का कारण

कोरोना मरीज के स्वस्थ होने के बाद फिर होना पॉजिटिव, फेफड़ो की डेड सेल्स हो सकती है इसके पीछे का कारण

Coronavirus: चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसकी चपेट में आने वालो की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। वहीं WHO भी कोरोना को लेकर तरह-तरह की जानकारी और सुझाव दे रहा है। 

हाल ही में WHO ने कोरोना को लेकर एक बहुत बड़ी जानकारी दी है। WHO के मुताबिक कोरोना मरीज के ठीक होने के बाद फिर से कोरोना पॉजिटिव आने के पीछे का कारण फेफड़ो की डेड सेल्स हो सकती हैं।

ठीक होने के बाद फिर आए कोरोना पॉजिटिव

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते महीने नें ज्यादातर ऐसे मामले आए थे जो कोरोना से ठीक होने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। दक्षिण कोरिया में ऐसे मामले 100 से भी ज्यादा देखने को मिले थे। इसके बाद कई देशों में ऐसे केस देखने को मिले है।

री-इंफेक्शन नहीं बल्कि मरीजों के फेफड़ों से बाहर निकल रही डेड सेल्स

WHO के प्रवक्ता का कहना है कि कुछ कोरोना मरीजों के ठीक होने के बाद भी उनके टेस्ट कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इसके पीछे का कारण री-इंफेक्शन नहीं बल्कि मरीजों के फेफड़ों से बाहर निकल रही डेड सेल्स हैं, जो इंफेक्शन का शिकार हो गई थीं।

डेड सेल्स इंफेक्शन वायरस नहीं

इसके साथ ही बताया जा रहा है कि संक्रामक रोग महामारी विज्ञानी मारिया वान केहोव "डेड सेल्स के मामले का समझाते हुए कहती हैं कि जैसे ही फेफड़े खुद को ठीक करना शुरू करते हैं, तो डेड सेल्स बाहर आने लगती हैं। ये डेड सेल्स इंफेक्शन वायरस नहीं है, बल्कि ये फेफड़े के ही सूक्ष्म अंश होते हैं जो नाक या मुंह के जरिए बाहर निकलते हैं।

क्या वो लोग दूसरों को भी इफेंक्टेड कर सकते हैं

फिलहाल अभी इस पर रिसर्च चल रही है। इसके बाद ही पता लग पाएगा कि नए वायरस को कब तक दूर कर पाएंगे इसके साथ अभी इस बात को भी समझना बहुत जरूरी है कि जो लोग ठीक होने के बाद कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं । क्या वो लोग दूसरों को भी इफेंक्टेड कर सकते हैं।


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