नई दिल्ली | करोड़ों रेल यात्रियों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी सौगात की घोषणा की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि अगले पांच वर्षों में भारतीय रेलवे 1,000 नई ट्रेनों को शुरू करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही रेलवे नेटवर्क को पूरी तरह आधुनिक बनाया जाएगा और यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
बुलेट ट्रेन की रफ्तार अब दूर नहीं
भारत की बहुप्रतीक्षित बुलेट ट्रेन परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है। रेल मंत्री के अनुसार, जापान के सहयोग से तैयार हो रही इस हाई-स्पीड ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप 2026 तक ट्रायल ट्रैक पर दौड़ेगा और 2027 तक इसका व्यावसायिक संचालन शुरू होने की संभावना है।
रेल नेटवर्क का ऐतिहासिक विस्तार
बीते 11 वर्षों में भारत ने 35,000 किलोमीटर रेल ट्रैक बिछाकर जर्मनी के रेल नेटवर्क की बराबरी कर ली है। केवल पिछले साल में ही 5,300 किमी नई लाइनें डाली गईं। इसके अलावा, रेलवे हर साल 30,000 माल डिब्बे और 1,500 इंजन बना रहा है — यह संख्या उत्तर अमेरिका और यूरोप की कुल उत्पादन क्षमता से भी अधिक है।
बढ़ता निवेश, बेहतर आधारभूत संरचना
रेलवे में होने वाला पूंजी निवेश अब ₹25,000 करोड़ से बढ़कर ₹2.52 लाख करोड़ हो गया है। साथ ही PPP मॉडल के जरिए ₹20,000 करोड़ का अतिरिक्त निवेश भी जुटाया गया है, जिससे रेलवे के आधारभूत ढांचे का तेज़ी से विकास हो रहा है।
यात्रा अब और सुरक्षित
पिछले दशक में रेलवे सुरक्षा में भी बड़ी कामयाबी मिली है। जहां पहले हर साल औसतन 170 ट्रेन डिरेलमेंट होते थे, वह संख्या अब घटकर 30 से भी कम हो गई है। https://jornadas.ahf-filosofia.es/ यह सुधार तकनीकी उन्नयन, ट्रैक सुधार और सिग्नलिंग में सुधार का नतीजा है।