
रायपुर: राजधानी रायपुर के साथ रायपुर जिले में ही छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड की पांच सौ करोड़ की संपत्ति पर कब्जा है। इसको लेकर वक्फ बोर्ड ने अब सीबीआई जांच कराने का फैसला किया है। वक्फ बोर्ड के अध्य डा. सलीम राज ने कहा, मंगलवार को प्रदेश सरकार को सीबीआई जांच का प्रस्ताव भेजा जाएगा। 562 अवैध कब्जाधारियों को कई बार नोटिस दिया जा चुका है। इस पूरे मामले की दिल्ली में वक्फ अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू से मुलाकात करके पूरी जानकारी भी दी।
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज का कहना:
प्रदेश भर में वक्फ बोर्ड की संपत्ति को लेकर वक्फ बोर्ड ने बड़ा एक्शन ले रहा है। रायपुर जिले में ही 500 करोड़ की संपत्ति की फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है। इस मामले में बोर्ड ने 562 कब्जाधआरियों को नोटिस दिया था। इसमें से 125 ने समय मांगा था, बाकी को 437 को 30 मई को अंतिम नोटिस थमाया गया। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज का साफ कहना है, वक्फ की संपत्ति पर काबिज हैं तो किराया देना होगा नहीं तो बेदखल कर दिए जाएंगे। राजधानी रायपुर के तीन सहित रायपुर जिले के 17 लोगों के साथ किरायानामा का अनुबंध हो गया है।
वक्फ की एक-एक जमीन को कब्जा मुक्त कराएंगे:
जिन 437 को नोटिस दिया गया है, उसमें रायपुर के भी 40 लोग शामिल हैं। इसमें राजधानी रायपुर के मालवीय रोड के लक्ष्मी इलेक्ट्रॉनिक्स, एवन बेकरी, सुप्रीम फुटवियर, पगारिया ज्वेलर्स सहित कई दुकानदार शामिल हैं। वक्फ अध्यक्ष डा. सलीम राज का कहना है किसी भी हाल में वक्फ की संपत्ति पर किसी को कब्जा करने नहीं दिया जाएगा। वक्फ की एक-एक जमीन को कब्जा मुक्त कराएंगे। जो भी लोग संपत्ति वक्फ की न होने का दावा कर रहे हैं, वो गलत है। हमने सारे दस्तावेज देखने के बाद ही नोटिस जारी किए हैं।
फर्जीवाड़ा करके जमीन पर कब्जा:
इस मामले में वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज का कहना है, रायपुर के दुकानदारों के साथ ही रायपुर जिले से जिनके भी जवाब आए हैं, उन जवाबों से बोर्ड संतुष्ट नहीं है। फर्जीवाड़ा करके जमीन पर कब्जा किया गया है। उन्होंने बताया, जो खुद किराएदार रहे हैं वो मला कैसे किसी को जमीन बेच सकते हैं। पूरी तरह से फर्जीवाड़ा करके वक्फ की संपत्ति को बेचने का काम किया गया है। उन्होंने कहा, प्रदेश में जहां-जहां भी वक्फ की जमीन पर कब्जा है. उसको मुक्त कराया जाएगा। बिलासपुर में भी निरीक्षण किया गया है। वहां पर जितनी संपत्ति पर कब्जा है, उनको नोटिस दिया गया। प्रदेश में अन्य जिलों में भी दौरा करके देखा जाएगा कहां पर कितनी जमीन पर कब्जा है।