B.Ed प्रवेश परीक्षा आयोजित करने से व्यापम का इंकार, 12वीं के प्राप्तांकों के आधार पर प्रवेश देने की तैयारी शुरू

B.Ed प्रवेश परीक्षा आयोजित करने से व्यापम का इंकार, 12वीं के प्राप्तांकों के आधार पर प्रवेश देने की तैयारी शुरू

रायपुर : व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने बीए-बीएड और बीएससी-बीएड पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित कराने से इंकार कर दिया है। इसके बाद इन पाठ्यक्रमों में 12वीं के प्राप्तांकों के आधार पर प्रवेश देने की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के अधीन इस पाठ्यक्रम का संचालन किया जाता है।

परीक्षा आयोजित करने से किआ इंकार : 

एससीईआरटी ने इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए व्यापम को विलंब से पत्र लिखा था। खत का जवाब देते हुए व्यापम ने यह प्रवेश परीक्षा आयोजित कराने से इनकार कर दिया है। अंदरूनी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अत्यधिक विलंब से प्रस्ताव मिलने के कारण व्यापम ने इसे स्थगित किया है। 29 मई को एससीईआरटी द्वारा व्यापम को इसके लिए खत लिखा गया था। इस तिथि तक कई प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जा चुकी थीं।

प्रवेश परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए अधिसूचना जारी करने, तिथि निर्धारण, सिलेबस, प्रवेशपत्र जारी करने से लेकर परीक्षा केंद्रों का निर्धारण, प्रश्नपत्रों का निर्माण, मॉडल आसंर सहित कई तरह की प्रक्रियाएं पूर्ण करनी होती है। कम वक्त में इसे करने में असमर्थता जाहिर करते हुए व्यापम ने इससे इनकार किया है। व्यापम प्रवेश परीक्षाओं का सिलसिला अप्रैल अंत अथवा मई के प्रथम सप्ताह से शुरू कर देना है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया मार्च माह में प्रारंभ होती है। विभाग सामान्यतः जनवरी तक प्रवेश परीक्षाओं के लिए प्रस्ताव भेज देते हैं।

प्रदेश में मात्र 200 सीटें: 

छग में बीए-बीएड की 100 तथा बीएससी-बीएड की 100 सीटें हैं। वर्तमान में इन पाठ्यक्रमों का संचालन मात्र तीन महाविद्यालयों में होता है। इनमें विंध्यवासिनी शैलदेवी महाविद्यालय दुर्ग, संदीपनी अकेडमी अछौटी तथा श्री साईं आदर्श महाविद्यालय अंबिकापुर शामिल है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत बीएड की तर्ज पर इन पाठ्यक्रमों को प्रारंभकिया गया है। किसी भी पाठ्यक्रम को जीरो ईयर बगैर ठोस क नहीं किया जा सकता है। प्रवेश के लिए न्यूनतम 3.6र्ता के आधार पर दाखिले की योजना है। निजी महाविद्यालय संघ के राजीव गुप्ता के अनुसार, 2020-21 में भी कोरोना के कारण प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जा सकी थी। उस वक्त भी 12वीं के अंकों के आधार पर प्रवेश दिए गए थे। इस तरह की व्यवस्था मौजूदा सत्र में भी करने की मांग हमने की है।


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