छत्तीसगढ़ की बेटियों ने बढ़ाया देश का मान, 14,000 फीट ऊँची चोटियों पर फहराया तिरंगा 

छत्तीसगढ़ की बेटियों ने बढ़ाया देश का मान, 14,000 फीट ऊँची चोटियों पर फहराया तिरंगा 

गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की बेटियों ने अपने जूनून और जज्बे से देश का मान बढ़ाया है. दरअसल इन चार साहसी बेटियों ने हिमाचल प्रदेश के हमटा पास ट्रैक के ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराकर जिले के साथ छत्तीसगढ़ का भी नाम रोशन किया है। बता दें कि कनक लता, कोमिता साहु, खिलेश्वरी कश्यप और अम्बा तारक हिमाचल प्रदेश गई थी। 

ऊंची चोटियों पर फहरा तिरंगा:

हमटा पास की बर्फीली चोटियों पर उन्होंने अपने साहस, संघर्ष और सफलता का परिचय दिया है। और 14,000 फीट ऊँची चोटियों पर तिरंगा फहरा लिया। इस दौरान उन्होंने कई कठिनाइयों का सामना करते हुए 35 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक को पूरा किया है। ये यह यात्रा उनके लिए सिर्फ एक ट्रैकिंग अभियान नहीं उनके धैर्य साहस और संघर्ष की एक अमिट गाथा है। वहीं इस सन्दर्भ में लता और कनक ने बताया कि, वर्षों पुराना उनका सपना अब आखिरकार साकार हो गया है। 

यहां से शुरू की पहली चढ़ाई:

कनक और लता ने बताया कि इस ट्रैकिंग की शुरुआत15 जून को होनी थी, लेकिन इसे दो दिन बाद यानी 17 जून को खराब मौसम के चलते शुरू किया गया।  शुरू से ही मौसम ने बड़ी चुनौतियाँ खड़ी कर दी थीं। हालांकि फिर भी उन्हें कई कठिनाइयों का सामना कर 35 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक को पूरा करना पड़ा। उन्होंने बताया कि जोबरा से चीका तक ट्रैक की पहली चढ़ाई की जिसकी दूर लगभग 4 किलोमीटर  बताई जा रही है। 

हौसले से बुलंद हुई साहस की यात्रा:
  
वहीं चीका से बालू घेरा तक दूसरे दिन की शुरुआत हुई थी। ये चढ़ाई 8 किलोमीटर ऊंची पहाड़ियों, बर्फीले रास्तों और उफनती नदियों के बीच से होकर करनी पड़ी। ये पूरा मार्ग लगभग 5-6 घंटे का था। इन बेटियों के हौसले को इस साहसिक यात्रा ने और भी बुलंद कर दिया। वहीं लता और कनक ने आगे बताया कि इसके अब उनका अगला सपना  फ्रेंडशिप पीक की चोटी पर तिरंगा फहराना है। जिसक वह निरंतर अभ्यास करने में लगी हुईं हैं। 


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