रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. इस बीच विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरेगी. जिससे आज भी सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं. बतादें कि युक्तियुक्तकरण को लेकर विपक्ष का विरोध तेज हो गया है. वहीं दूसरी ओर प्रदेश में बढ़ते क्राइम ग्राफ पर भी विपक्ष सवाल करेगा, इन सबके बीच जंगलों की अंधाधुंध कटाई बहस का मुद्दा बनेगी.
विपक्ष का तीखा वार करना तय:
साथ ही विपक्ष सरकार पर जोरदार हमला बोलेगा. ऐसे में बिजली बिल को लेकर भी विपक्ष का तीखा वार करना तय है.सत्ता और विपक्ष आमने-सामने दोनों के तेवर तीखे रहेंगे. छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार सरकार प्रथम अनुपूरक बजट नहीं लाएगी। वहीं इस सत्र के बाद विधानसभा का पता भी बदल जाएगा। विधानसभा का आगामी शीतकालीन सत्र नवा रायपुर के नवनिर्मित विधानसभा भवन में लगाने की तैयारी है.
विभिन्न पत्रों को पटल पर रखेंगे कश्यप:
लेकिन आज प्रश्नकाल में डिप्टी सीएम अरुण साव और मंत्री लखनलाल देवांगन अपने विभागों से जुड़े प्रश्नों का जवाब देंगे. वित्त मंत्री ओपी चौधरी अध्यादेश पटल पर रखेंगे, इसके साथ ही छग बकाया कर ब्याज एवं शास्त्री के निपटान संशोधन को पटल पर रखा जाएगा. और सीएम साय, मंत्री रामविचार नेताम, केदार कश्यप विभिन्न पत्रों को पटल पर रखेंगे. सूत्रों के मुताबिक ध्यानाकर्षण के माध्यम से कई मुद्दे उठेंगे.
मंत्री इन मुद्दे से करेगी ध्यानाकर्षित:
जिसमें से विधायक राजेश अग्रवाल एंबुलेंस की कमी का मुद्दा उठाएंगे. नेता प्रतिपक्ष महंत रेडी टू ईट का मामला उठाएंगे और विधायक शेषराज हरवंश अवैध शिकार के मुद्दे से ध्यानाकर्षित करेगी. विधायक अजय चंद्राकर धर्मजीत सिंह, भावना बोहरा बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाएंगे. इसके अलावा सदन में चार याचिकाओं को प्रस्तुत किया जाएगा. वहीं इस बीच संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप प्रस्ताव पेश करेंगे, और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सदन सेना के शौर्य और पीएम मोदी का अभिनंदन करेगा.
स्थगन प्रस्ताव के जरिए चर्चा की मांग:
जानकारी के मुताबिक सोमवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत हुई। जहां पर विपक्ष ने राज्य में खाद और बीज संकट को लेकर मोर्चा खोल दिया। विपक्ष के विधायकों ने सरकार पर तीखा प्रहार किया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा, राज्य में खाद की भारी किल्लत है, जिससे किसानों को बेहद परेशानी हो रही है, इस वजह से प्रदेश के किसान गुस्से में हैं। नेता प्रतिपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए चर्चा की मांग रखी।
विभागीय परीक्षा में अनियमितता का मुद्दा:
इसके साथ ही मंत्री नेताम ने उर्वरकों के संतुलित उपयोग के लिए किसानों को जागरूक करने की बात कही है, और भाजपा विधायक ने आरआई परीक्षा की धांधली मामले में मंत्रियों को घेरा जिस पर विपक्ष ने खूब नारेबाजी की है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा, छत्तीसगढ़ में खाद संकट गहराता जा रहा है। इसके अलावा प्रश्नकाल के दौरान विधायक राजेश मूणत ने राजस्व मंत्री को घेरा। उन्होंने राजस्व निरीक्षक की विभागीय परीक्षा में अनियमितता का मुद्दा उठाया है।